मध्य प्रदेश के मंदसौर में उग्र किसान आंदोलन में पुलिस गोलीबारी में मारे गए छह किसानों की मौत के बाद आज (10 जून, 2017) सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के दशहरा मैदान पर पहुंचे हैं। खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री यहां राज्य में शांति के लिए अनशन पर बैठे हैं। जहां किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘राज्य सरकार ने किसानों के हित के लिए कई काम किए हैं। किसानों को पहले बिजली नहीं मिलती थी लेकिन अब किसानों के लिए बिजली उपलब्ध है। किसानों पर जब भी संकट आया हमने उनकी मदद की। फसल खराब होने पर मैं खुद किसानों से मिलने उनके खेतों में गया।’ सीएम चौहान ने आगे कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम मिल सके इसके इंतजाम किया गया। सिर्फ सोयाबीन की फसल नष्ट होने पर किसानों को 4,800 करोड़ रुपए की राहत राशि बांटी गई। 4,800 करोड़ किसानों को बीमा के जरिए भी दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘केंद्र सरकार के नेतृत्व में राज्य जो फसल बीमा योजना लाई है उससे किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी।’ उन्होंने आगे कहा कि पिछले साल राज्य में प्याज के दाम बहुत कम होते हुए भी सरकार ने इसे 6 रुपए प्रति किलो के हिसाब से खरीदा। सरकार के इस फैसले पर कई लोगों ने सवाल भी खड़े किए थे। लेकिन हमने बिना किसी की परवाह के एक लाख टन प्याज किसानों से खरीदा।
किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि किसानों को जब उनकी मेहनत का पूरा दाम नहीं मिलता तो उनको तकलीफ होना जायज है। लेकिन किसानों का परिश्रम और मेहनत को किसी भी कीमत पर बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। हर कीमत पर किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, ‘चिंता मत करना किसान भाईयो। सरकार तुम्हारे साथ है।’
दूसरी तरफ सूबे में किसानों की समस्याओं पर चर्चा के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा भेल के दशहरा मैदान से सरकार चलाने के ऐलान पर विपक्ष ने उन पर करारा हमला बोला था। कांग्रेस ने जहां इसे केजरीवाल शैली की नौटंकी बताया तो माकपा ने ‘करे गली में कत्ल बैठ चौराहे पर रोएं’ जैसा बताया था। बता दें कि राज्य में किसान एक जून से कर्ज माफी, फसल के उचित दाम की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। जिसके बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी हिंसक विरोध प्रदर्शन किया गया। बाद में मुख्यमंत्री ने दशहरा मैदान में किसान व जनता से चर्चा के मकसद से सरकार चलाने और शांति बहाली के लिए अनिश्चितकालीन उपवास रखने का शुक्रवार (9 जून, 2017) को ऐलान किया था।