2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसके लिए कांग्रेस ने तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। कांग्रेस सूबे में अपने प्रवक्ताओं की लिस्ट मजबूत करने जा रही है। पार्टी को लगता है कि प्रवक्ताओं की अच्छी संख्या लोगों को पार्टी की तरफ ध्यान आकर्षित करने में मदद करेगी। इसके लिए पार्टी ने ऑनलाइन एप्लीकेशन निकाले हैं। करीब 200 कैंडीडेट्स ने इस पोस्ट के लिए आवेदन भी किए हैं। मजे की बात यह है कि पार्टी ने बेहद पढ़े-लिखे लोगों से आवेदन मांगे हैं। पार्टी ऐसे लोगों को रख रही है जो प्रखर वक्ता, शोधार्थी, कंटेट लेखक हैं और सोशल मीडिया को अच्छे से हैंडल करना जानते हैं।
खबर के मुताबिक आवेदन करने वालों में पीएचडी होल्डर्स से लेकर एमफिल और एमटेक की पढ़ाई कर चुके कैंडीडेट्स शामिल हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बाताया कि कांग्रेस ने गुजरात चुनावों में पहले के मुकाबले मिली ज्यादा सफलता को देखते हुए मध्य प्रदेश में प्रवक्ताओं को भर्ती करने का फैसला लिया है। अभी राज्य में कांग्रेस के 6 प्रवक्ता और 4 पेनलिस्ट हैं जो टीवी चैनलों पर होने वाली डिबेट में हिस्सा लेते हैं।
उन्होंने बताया कि पार्टी चाहती है कि अपॉइंट किए जाने वाले प्रवक्ता जिला और ब्लॉक स्तर पर जाकर काम करें। वह लोगों से मिलें और कांग्रेस की छवि बनाने के लिए काम करें। चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में अभी 20 चैनल हैं। जिसके लिए टीवी पर कांग्रेस को पेश करने वाले पेनलिस्ट की फिलहाल काफी कमी है। इसी बात को ध्यान में रखकर पार्टी प्रवक्ताओं की भर्ती कर रही है।
2014 लोकसभा चुनाव के बाद से सभी पार्टियां अपने प्रचार और प्रसार के लिए नई रणनीतियों पर गौर कर रहे हैं। ऐसा कहा गया था कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने में सोशल मीडिया पर बीजेपी की सक्रियता ने बड़ा रोल अदा किया था। इसके बाद कई पार्टियों ने सोशल मीडिया विंग शुरू की। पार्टी प्रवक्ता भी सोशल मीडिया पर सक्रियता दिखाकर लोगों खासकर युवाओं से सीधे जुड़ जाते हैं और उनके साथ बेहतर संवाद स्थापित कर पाते हैं, इससे पार्टी को फायदा पहुंचता ही है। चूंकि कई बार यह भी देखा गया कि पार्टी प्रवक्ता या किसी बड़े पद पर बैठे नेता अपने विवादित बयानों को लेकर ट्रोल भी हो जाते हैं, इसलिए कांग्रेस नए प्रवक्ताओं की भर्ती में सावधानी बरत रही है और ऐसे कैंडिडेट्स से आवेदन मांग रही है जो अच्छी योग्यता रखते हैं।