राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (आरजीसीटी) को आठ साल पहले कांग्रेस सरकार द्वारा दी गयी जमीन हरियाणा की मौजूदा मनोहर लाल खट्टर सरकार वापस लेगी। भारतीय जनता पार्टी सरकार ने राजीव गांधी ट्रस्ट को आंखों का अस्पताल बनाने के लिए दी गयी जमीन वापस सरकार को मिलेगी। हरियाणा के डिपार्टमेंट ऑफ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (डीटीसीपी) ने इस जमीन के लिए दिया गया अकुपैशन सर्टिफिकेट रद्द कर दिया है। ये जमीन कांग्रेस की तत्कालीन भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार ने दी थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी राजीव गांधी ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि डीटीसीपी ने राजीव गांधी ट्रस्ट द्वारा दी गयी जमीन पर अस्पताल बनाने में विफल रहने के कारण ये फैसला लिया। राजीव गांधी ट्रस्ट को सात जनवरी 2012 तक अस्पताल बनाना था। बाद में उसे इस सीमा में विस्तार भी दिया गया लेकिन वो अस्पताल नहीं बना सका। डीटीसीपी ने इसे भूमि अधिग्रहण प्रमाणपत्र का उल्लंघन बताते हुए उसे रद्द कर दिया। हरियाणा सरकार का पंचायत विभाग अब इस जमीन को दोबारा हासिल करने की कार्रवाई शुरू करेगा।
करीब 4.8 एकड़ की ये जमीन गुरुग्राम (गुड़गांव) के उल्लवास गांव में स्थिति है। इसे राजीव गांधी ट्रस्ट को ये जमीन 2009 में लीज पर दी गयी थी। उल्लवास नगर पंचायत को पंचायत विभाग ने राजीव गांधी ट्रस्ट को ये जमीन देने की अनुमति दी थी। मिली जानकारी के अनुसार डीटीसीपी ने 25 मई को गुड़गांव के सीनियर टाउन प्लानर से आवेदन खारिज करने और उसके बाद की गई कार्रवाई का ब्योरा विभाग को देने का आदेश दिया था।
डीटीसीपी ने पंचायत विभाग को भी भूमि अधिग्रहण प्रमापत्र खारिज होने की सूचना दे दी है और कहा है कि वो आगे की कार्रवाई करे। डीटीसीपी के प्रधान सचिव ने इस बाबत पंचायत विभाग को एक पत्र लिखा है। पत्र में लिखा गया है कि ये जमीन सात जनवरी 2012 तक अस्पताल बनाने के लिए दी गयी थी लेकिन वो इसमें विफल रहा। पत्र में लिखा गया है कि लीज के नियम-कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाए। राजीव गांधी ट्रस्ट को लीज आठ जनवरी 2010 को दी गई थी।