सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने पंजाब में 10वीं की फ्रेंच/ संस्कृत/ उर्दू और 12वीं की हिंदी की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। CBSE ने भारत बंद के कारण परीक्षा टालने का फैसला लिया है। ये परीक्षाएं सोमवार (2 अप्रैल) यानी आज होनी थी। राज्य में कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के कारण बोर्ड ने आज होने वाली परीक्षाओं को रद्द किया है। परीक्षा के लिए नया शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा। 2 अप्रैल को दलित संगठनों ने भारत बंद के आह्वान किया है। आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एससी एसटी एक्ट में बदलाव किए गए जिसके विरोध में दलित संगठनों द्वारा आज भारत बंद का आह्वान किया है।
संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए। CBSE प्रवक्ता रमा शर्मा ने बताया कि पंजाब के स्कूली शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने रविवार को CBSE से कानून व्यस्था के मद्देनजर दो अप्रैल होने वाली परीक्षा स्थगित किए जाने का अनुरोध किया। इस पर सीबीएसई ने परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया। चंडीगढ़ और देश के अन्य भागों में परीक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और रूपरेखा के अनुसार ही होगी। स्थगित की गई परीक्षा की तिथि की घोषणा नई तारीख तय होने के बाद में की जाएगी।
रविवार को दलित संगठनों की अगुवा संस्था नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ दलित आदिवासी ऑर्गनाइजेशन के अशोक भारती ने संसद घेराव का कार्यक्रम रखा था। इस बीच केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने आंदोलनकारियों से आंदोलन वापस लेने की अपील की थी। दलित संगठनों की मांग है कि एससी-एसटी (प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटीज) एक्ट-1989 के संशोधन को वापस लेकर पहले की ही तरह एससी-एसटी कानून को लागू किया जाए। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी (प्रिवेंशन ऑफ एट्रोसिटीज) एक्ट-1989 में बदलाव करते हुए गैर जमानतीय धाराओं को कमजोर कर दिया है। अब कोर्ट की जगह आरोपी को थाने से भी जमानत मिल सकती है। इस बदलाव के खिलाफ देशभर के दलित संगठनों ने सरकार से सुप्रीम कोर्ट में अपील करने का अनुरोध किया था।