नोएडा: अपहरण के बाद चलती कार में सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज कराने वाली महिला ने कुछ घंटों बाद ही अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उसने गुस्से में गलत मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने यह जानकारी दी. इससे पहले महिला की शिकायत के आधार पर सेक्टर 39 पुलिस थाने में सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था.
पुलिस का दावा महिला ने ने गलत मामला दर्ज करवाने की बात लिखित में दी
नोएडा पुलिस के पीआरओ मनीष सक्सेना ने एक बयान में दावा किया कि महिला ने गलत मामला दर्ज करवाने की बात लिखित में दी है. हालांकि सच सामने लाने के लिए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. सक्सेना ने कहा कि महिला ने देर रात दो बजकर 50 मिनट पर भादंवि की धारा 376डी के तहत प्राथमिकी संख्या 1033\17 दर्ज करवाई थी.
पुलिस ने बताया कि जांच अधिकारी ने उसे चिकित्सीय जांच के लिए भेजा था लेकिन वह बिना जांच कराए घर चली गई थी. उसे वापस जांच के लिए अस्पताल लाया गया. उसने फिर मना कर दिया और डॉक्टरों को लिखित में दिया कि वह अपनी चिकित्सीय जांच नहीं कराना चाहती.
सक्सेना ने कहा कि महिला ने एक पत्र पुलिस को भी दिया जिसमें लिखा था कि उसने ‘गुस्से में दो लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का मामला’ दर्ज कराया था और वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहती. उन्होंने बताया कि महिला ने यह भी कहा कि उसका यौन उत्पीड़न नहीं किया गया.