उत्तर प्रदेश के आगरा की रहने वाली 38 वर्षीय महिला ने पिछले 20 साल में 18 बार गर्भपात हो जाने के बाद एक बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों के अनुसार ये अपने तरह चमत्कार है। डॉक्टर इस ममले को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल कराने की कोशिश कर रहे हैं। महिला के पति और ससुराल वाले किसान हैं।
रिपोर्ट के अनुसार आगरा के हाथीगढ़ी की रहने वाली रजनी का चिकत्सकीय कारणों से बार-बार गर्भपात हो जाता था। हर बार गर्भ के पांचवे या छठे महीने में उनका गर्भपात हो जाता था। उनके पति प्रेम कुमार के अनुसार वो रजनी को कई अस्पतालों में इलाज के लिए ले जा चुके थे।
आखिरकार एक निजी अस्पताल के डॉक्टर अमित टंडन और डॉक्टर वैशाली ने रजनी की मुश्किल हल की। डॉक्टर अमित लैपरोस्कोपिक सर्जन हैं और डॉक्टर वैशाली आईवीएफ विशेषज्ञ हैं। डॉक्टर अमित ने टीओआई को बताया कि रजनी के सर्विक्स में दिक्कत थी जिससे उसकी बच्चेदानी भ्रूण को संभाल नहीं पा रही थी और पांच-छह महीने के गर्भ के बाद उसका गर्भपात हो जाता था।
रजनी इस बीमारी का काफी इलाज करा चुकी थी इसलिए डॉक्टर अमित और डॉक्टर वैशाली ने विस्तृत जांच के बाद ये फऐसला लिया है कि अगर उसके गर्भाशय में कुछ टांके लगा दिए जाएं तो शायद उसके गर्भ में भ्रूण टिक सके। डॉक्टरों ने यही किया और आखिरकार रजनी शादी के 20 साल बाद मां बन सकी।
एसएन मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर मीनल जैन ने टीओआई को बताया कि ऐसे मामले विलक्षण ही होते हैं और सर्विक्स में दिक्कत महिलाओं में गर्भधारण के मध्य में गर्भपात की एक बड़ी वजह है। सर्विक्स में आने वाली समस्याओं के लिए लैपरस्कोपिक सर्जरी सबसे बेहतर उपाय है। मेडिकल जानकारों के अनुसार 35 साल से ज्यादा उम्र में मां बनने वाली महिलाओं में गर्भपात का ज्यादा खतरा रहता है। वहीं दो महीने से अधिक उम्र के भ्रूण के गर्भपात से कई बार माता के स्वास्थ्य के खतरनाक साबित होता है।