लखनऊ: अखिलेश यादव ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा। कहा, “जब मुख्यमंत्री ताज महल जाएंगे तो उनकी फोटो वहां कैसी लगेगी।” लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर एयरफोर्स के जेट फाइटर्स की होने वाली लैंडिंग पर यूपी के पूर्व सीएम ने कहा, “हमने देश का सबसे बेहतरीन एक्सप्रेस-वे बनवाया, लेकिन हम राष्ट्रवादी नहीं कहलाएंगे।” अखिलेश ने यहां इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन में प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए जीत दर्ज करने वाले अवनीश यादव और बाकी स्टूडेंट लीडर्स का स्वागत किया।
सरकार में बैठे लोग उत्पीड़न कर रहे
– अखिलेश यादव ने कहा, “मैं सबसे पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जीतने वाले समाजवादी छात्रसभा के पदाधिकारियों को बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि पार्टी के साथ इतनी बड़ी संख्या में नौजवान जुटे हैं। सरकार में बैठे लोग जिस तरीके का उत्पीड़न कर रहे हैं, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।”
– “कभी-कभी ये बहस चलती है कि राष्ट्रवादी कौन है। सपा ने एक्सप्रेस-वे बनाया जिस पर आज देश के बेहतरीन फाइटर प्लेन उतर रहे हैं, लेकिन बीजेपी के लिए सड़क बनाना राष्ट्रवाद नहीं है। हमने देश का सबसे बेहतरीन एक्सप्रेस-वे बनवाया, लेकिन हम राष्ट्रवादी नहीं कहलाएंगे। मैं मुख्यमंत्री से कहूंगा कि पुष्पक विमान से जो भगवान राम-लक्ष्मण और सीता लाए थे, उनके साथ हमें भी कभी चाय पीने का मौका दे दें।”
गुजरात में 5 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
– गुजरात विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा, “अहमदाबाद में मेट्रो नहीं बन पाई, लेकिन यहां के मुख्यमंत्री जी ने देश के प्रधानमंत्री का सपना पूरा कर दिया और मेट्रो बना दिया। गुजरात में 5 सीटों पर सपा लड़ सकती है। बाकी सीटों पर हमारा पूरा सहयोग कांग्रेस को रहेगा।”
– “जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मुझे चारों तरफ से ताज महल देखने का मौका मिला। वहां हमने डिम्पल के साथ फोटो भी खिंचवाई। मुझे इंतजार है कि जब मुख्यमंत्री जी ताज महल जाएंगे तो उनकी फोटो वहां कैसी लगेगी।”
26 अक्टूबर को ताज महल जाएंगे योगी
– बता दें, सीएम योगी 26 अक्टूबर को ताज महल देखने जाएंगे। योगी पहली बार ताज को देखने जा रहे हैं। योगी कई बार कह चुके हैं कि ताज महल भारतीय संस्कृति का प्रतीक नहीं है। वो फतेहपुर सीकरी, आगरा का किला और दूसरे स्मारकों को भी देखने जाएंगे। इस दौरान वे यमुना के तट देखेंगे और यहां के प्रस्तावित कॉरिडोर के बारे में भी जानकारी लेंगे।
ताज महल को लेकर क्या है विवाद?
– हाल ही में जारी यूपी टूरिज्म मिनिस्ट्री की बुकलेट में कुशीनगर और गोरखनाथ मंदिर जैसे कई स्थानों को शामिल किया गया, लेकिन ताज महल का जिक्र नहीं किया गया। यूपी टूरिज्म के डायरेक्टर ने कहा, “बुकलेट में सिर्फ उन कामों का जिक्र है, जो यूपी सरकार उन जगहों पर करवा रही है या आगे करवाने वाली है।”
– यूपी की टूरिज्म मिनिस्टर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आगरा के ताज महल समेत राज्य के कल्चरल हेरिटेज का पूरी तरह डेवलपमेंट सरकार की प्रायोरिटी है। ताज महल हमारी सांस्कृतिक विरासत है।
– रीता ने कहा, “आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डेवलप कराया जा रहा है। इन कोशिशों से पर्यटन के मानचित्र पर आगरा को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटन की वेबसाइट पर ताज महल सबसे ऊपर दिखता है।”
– विवाद के बाद 2018 के लिए योगी सरकार ने हेरिटेज कैलेंडर में भी ताज महल को शामिल किया।