सोनभद्र जिले की प्रभारी व राज्यमंत्री अर्चना पांडेय सोमवार को जब अचानक जिला अस्पताल पहुंचीं तब उन्हें ऐसा दृश्य दिखा, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी। दरअसल वार्डों के निरीक्षण के बाद मंत्री जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.आर बी गौतम के कक्ष में पहुंचीं तो वो नशे में धुत थे। अस्पताल के सीनियर अफसर को नशे की हालत में देख मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने एडीएम को उनका डाक्टरी परीक्षण व प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया। इसके बाद तीन चिकित्सकों के पैनल द्वारा सीएमएस की डाक्टरी जांच की गई।
जिलाधिकारी ने डा.आर बी गौतम के निलंबन की संस्तुति करते हुए सीएमओ को निर्देशित किया डा.आर बी गौतम को पद से हटा दिया जाए। देर शाम डा.आर बी गौतम को पद से हटा भी दिया गया। इसके पूर्व धुत सीएमएस से मंत्री ने कुछ पूछना चाहा तो वे अजब-गजब तरीके से जबाब देने लगे। इससे न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया बल्कि वहां मौजूद अधिकारी भी हतप्रभ रह गए। इस दौरान सीएमएस की भाजपा कार्यकर्ताओं से नोकझोंक भी हुई।
सारा माजरा समझने के बाद मंत्री ने मौके पर मौजूद अपर जिलाधिकारी रामचंद्र व उपजिलाधिकारी सदर विशाल यादव को सीएमएस का डाक्टरी परीक्षण कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। इसपर तीन चिकित्सकों के पैनल ने सीएमएस का डाक्टरी परीक्षण कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। डीएम प्रमोद कुमार उपाध्याय ने रिपोर्ट व घटना के आधार पर उनके निलंबन की संस्तुति कर दी। अपर जिलाधिकारी रामचंद्र ने सीएमएस के निलंबन की संस्तुति की पुष्टि की। मंत्री ने ऐसे डाक्टरों की सूची तलब की है जो ड्यूटी के दौरान नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।