लखनऊ: प्रदेश में भू-माफिया चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई जोरों पर है। पुलिस-प्रशासन व अन्य संबंधित महकमें अपने-अपने स्तर से जांच कर रहे भू-माफिया को सूचीबद्ध कर रहे हैं। एक जनवरी से 31 जुलाई के बीच प्रदेश में 939 भू-माफिया रजिस्टर्ड किए गए हैं, लेकिन इनमें 216 भू-माफिया पुलिस-प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं, जिन्हें अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। अपने रसूखों के दम पर वे पुलिस से बचते आ रहे हैं।
आइजी कानून-व्यवस्था हरिराम शर्मा ने बताया कि चिन्हित 939 भू-माफिया के खिलाफ 1363 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। पुलिस ने 251 आरोपितों को गिरफ्तार किया और 53 खुद हाजिर हो गए। इनमें छह भू-माफिया के खिलाफ एनएसए तामील कराया गया है। जबकि 49 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 267 भू-माफिया चिन्हित किए हैं। जबकि जिला प्रशासन व अन्य संबंधित विभागों द्वारा 672 भू-माफिया को सूचीबद्ध किया गया है।
इनमें 216 को गुंडा एक्ट के तहत जिलाबदर कराया गया है। 10 के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए और 37 की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। पकड़े गए 78 आरोपित वर्तमान में जेल में हैं। जबकि 567 जमानत पर बाहर हैं। सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को अपने यहां फरार चल रहे भू-माफिया को जल्द गिरफ्तार करने व उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
– 40 करोड़ की संपत्ति ही हो सकी जब्त
पुलिस ने जिस रफ्तार से भू-माफिया को चिन्हित किया है, उसकी अपेक्षा में आरोपितों के कब्जे से संपत्ति की वसूली बेहद कम है। पुलिस आंकड़ों के मुताबिक अब तक छह भू-माफिया की 39 करोड़ 76 लाख रुपये की अवैध संपत्ति को जब्त किया गया है।
– ग्राम समाज की जमीन पर सबसे ज्यादा कब्जे
आइजी कानून-व्यवस्था के मुताबिक, चार तरह के भू-माफिया चिन्हित किए गए हैं। इनमें सबसे अधिक माफिया ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करने के आरोपित हैं। इससे यह भी साफ है कि पिछले वर्षों में भू-माफिया के निशाने पर खासकर सरकारी जमीनें रहीं। आंकड़ों के हिसाब से ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करने वाले 486 भू-माफिया चिन्हित किए गए। जबकि शासकीय भूमि पर कब्जा करने वाले 240, निजी भूमि पर कब्जा करने वाले 191 तथा भवनों पर अवैध कब्जे करने वाले 22 भू-माफिया चिन्हित किए गए हैं।