उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने कथित रूप से पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 87 कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है। यूपी बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी विद्यासागर सोनकर ने बताया कि पार्टी से ऐसे 87 कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को बाहर किया गया है जो कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार कर रहे थे या पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। सोनकर ने कहा कि कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ आरोपों को सही पाया गया। इसके बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। जिसके बाद यूपी बीजेपी के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। अनुशासन समिति की जांच की संस्तुति के बाद ही कार्रवाई किया गई है।
उधर, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता चन्द्रमोहन ने गुरुवार (11 मई) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के परिश्रम से यूपी में विकास और बदलाव का एक वातावरण बन रहा है। पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा पिछली सरकारों में बेरोजगारी, अव्यवस्था, जातिवाद, अल्पविकास जैसी समस्याओं से उत्तर प्रदेश जल रहा था, लेकिन योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भारतीय जनता पार्टी की सरकार में एक नई पहचान पाने को तैयार हो रहा है।
चन्द्रमोहन ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम प्रदेश का तमगा हासिल करेगा। माननीय मुख्यमंत्री की नीति आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक उत्तर प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनाने की ओर एक बड़ा कदम साबित होगी। समाजवादी पार्टी की पिछली सरकार की अक्षमता ने उत्तर प्रदेश को विकास के पैमाने पर लगातार नीचे की ओर ढकेला है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने सिंचाई योजनाओं में सबसे ज्यादा धन सपा के शासनकाल में प्रदेश को दिया लेकिन सिंचाई की हालत लगातारा गिरती ही गई। दो साल पहले प्रधानमंत्री कृषि योजना लागू हुई लेकिन उत्तर प्रदेश में इस पर जरा भी कार्य नहीं हुआ। पिछली सरकार से विरासत में मिले ‘बर्निंग’ यूपी’ को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘ट्रांसफार्मिंग यूपी’ की ओर ले जाने को कमर कस चुके हैं। पूरे प्रदेश में, समाज के हर तबके में बदलाव स्पष्ट दिखाई देने लगा हैच के इस प्रकार छूट नहीं दी जा सकती।