यूपी सरकार ने अगले कुछ महीनों में लखनऊ, काशी, प्रयागराज और गोरखपुर से कई और शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना बनाई है। इसके लिए प्रदेश के अंदर 10 और 18 नए अंतरराज्यीय मार्गों का चयन किया गया है।
नए शहरों को हवाई सेवाओं से जोड़ने के इस अभियान में एयरफोर्स के हवाई अड्डों का उपयोग किया जाएगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के अंतर्गत सरकार हवाई सेवाओं का विस्तार करने जा रही है।
दरअसल भाजपा ने चुनाव से पहले अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों को हवाई यात्रा से जोड़ने का वादा किया था। नागरिक उड्यन विभाग ने प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से हवाई यात्रा की सुविधा देने के लिए कई नए मार्ग तय किए हैं।
पहले चरण में जहां स्पाइसजेट, अलायंस एयर, डेक्कन चार्टर्स और एयर उड़ीसा एयरलाइंस के जरिए दिल्ली-कानपुर-दिल्ली, आगरा-जयपुर-आगरा-दिल्ली-आगरा-दिल्ली, दिल्ली-कानपुर-वाराणसी-कानपुर-दिल्ली जैसे मार्ग तय किए हैं। वहीं दूसरे चरण में लगभग सभी धार्मिक शहरों को प्रदेश के अंदर और अंतरराज्यीय हवाई सेवाओं से जोड़ने की योजना है।
न्यूनतम 2500 रुपये में हवाई यात्रा की सुविधा देने की योजना बनाई जा रही है। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन मार्र्गों पर उड़ान के लिए एयरलाइंस कंपनियों को आमंत्रित किया जा रहा है। सरकार शुरुआत में प्रतिमाह 10 से 20 प्रतिशत सीटों का किराया वहन करने के साथ टैक्स में छूट भी देगी।
एयरफोर्स के हवाई अड्डों का उपयोग होगा
इलाहाबाद, आगरा, गोरखपुर, कानपुर, बरेली, सहारनपुर, गाजियाबाद और बख्शी का तालाब (लखनऊ) में एयरफोर्स के हवाई अड्डे हैं। राज्य सरकार ने इसके लिए एयरफोर्स के हवाई अड्डों को ही सिविल एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
इलाहाबाद, आगरा और गोरखपुर में बने वायुसेना के हवाई अड्डों को सिविल एयरपोर्ट में तब्दील करने को लेकर गत सप्ताह मुख्य सचिव राजीव कुमार ने रक्षा मंत्रालय के सचिव से बात की। रक्षा मंत्रालय ने सिविल एयरपोर्ट के लिए जमीन देने पर सहमति दे दी है।
हवाई पट्टियों से शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा
अंबेडकरनगर, गाजीपुर, सुल्तानपुर, अलीगढ़, मेरठ, फर्रुखाबाद, फैजाबाद, कुशीनगर, सोनभद्र, खेरी, श्रावस्ती, मुरादाबाद, इटावा, आजमगढ़, झांसी और चित्रकूट में राज्य सरकार की हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) है। इन्हें विकसित कर यहां से प्रमुख शहरों के लिए हेलीकॉप्टर या छोटे विमानों की उड़ानें शुरू करने की योजना है।
प्रदेश के अंदर इन मार्गों पर शुरू होंगी उड़ानें
लखनऊ-बरेली-मेरठ-बरेली-लखनऊ।
इलाहाबाद-बरेली-मेरठ-बरेली-इलाहाबाद
लखनऊ-मुरादाबाद-सहारनपुर-मुरादाबाद-लखनऊ।
लखनऊ-आगरा-गाजियाबाद-आगरा-लखनऊ।
लखनऊ-अलीगढ़-गाजियाबाद-अलीगढ़-लखनऊ।
लखनऊ-श्रावस्ती-गोरखपुर-कुशीनगर-सारनाथ-कुशीनगर-गोरखपुर-श्रावस्ती-लखनऊ।
लखनऊ-आजमगढ़-लखनऊ
लखनऊ-झांसी-ललितपुर-झांसी-लखनऊ।
कानपुर-अयोध्या-इलाहाबाद (प्रयाग)-फैजाबाद-कानपुर
लखनऊ-सोनभद्र-चित्रकूट-सोनभद्र-लखनऊ।
प्रमुख शहरों से अंतरराज्यीय उड़ान के नए मार्ग
लखनऊ-गोरखपुर-पटना-गोखरपुर-लखनऊ।
दिल्ली-गोरखपुर-काठमांडू-गोरखपुर-दिल्ली।
लखनऊ-बरेली-देहरादून-बरेली-लखनऊ।
दिल्ली-बरेली-इलाहाबाद-बरेली-दिल्ली।
दिल्ली-इलाहाबाद-दिल्ली।
इलाहाबाद-देहरादून-इलाहाबाद।
वाराणसी-देहरादून-वाराणसी।
लखनऊ-देहरादून-लखनऊ।
लखनऊ-रांची-जमशेदपुर-रांची-लखनऊ।
इलाहाबाद-लखनऊ-नागपुर-लखनऊ-इलाहाबाद।
लखनऊ-भोपाल-उज्जैन-भोपाल-लखनऊ।
लखनऊ-वाराणसी-पटना-वाराणसी-लखनऊ।
आगरा-लखनऊ-कोलकाता-लखनऊ-आगरा।
लखनऊ-झांसी-भोपाल-झांसी-लखनऊ।
लखनऊ-भोपाल-मुंबई-भोपाल-लखनऊ।
काशी-प्रयाग-हरिद्वार-देहरादून-इलाहाबाद-वाराणसी।
इलाहाबाद-मुंबई-इलाहाबाद।
इलाहाबाद-बंगलूरू-इलाहाबाद।