लखनऊ: प्रदेश के अस्पतालों में डॉक्टरों का संकट जल्द खत्म होगा। सरकार भर्ती प्रक्रिया में बड़ा फैसला लेने जा रही है। वह कर्नाटक की तर्ज पर ‘बिडिंग मॉडल’ को अपना कर विशेषज्ञों की कमी को दूर करेगी। इसमें चिकित्सकों को कॉरपोरेट सेक्टर की तरह मुंह मांगा सैलरी पैकेज दिया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में डॉक्टरों का संकट हैं। इसके चलते चिकित्सकीय सेवाएं पंगु हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह खुद सेवाएं ‘आइसीयू’ में होने का हवाला दे चुके हैं।
लोक सेवा आयोग से भर्ती में देरी, वॉक इन इंटरव्यू जैसी सीधी भर्ती से चिकित्सकों की बेरुखी के बाद सरकार ने कर्नाटक के बिडिंग मॉडल का अध्ययन किया और पैकेज के तहत डॉक्टरों की भर्ती का प्लान तैयार किया। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के तहत होने वाली भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने अनुमति भी मिल गई है।