पुलिस किसी इंसान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर उसे ढूंढने का प्रयास करे या न करे लेकिन किसी मंत्री की भैंस या किसी बड़े अधिकारी का कुत्ता चोरी हो जाए तो पुलिस उसे ढूंढने के लिए जी जान लगा देती है। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश में देखने को मिला है जहां पर समाजवादी पार्टी के विदिशा से राज्यसभा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम की बकरियां के चोरी होने की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई गई। इन बकरियों को ढूंढने के लिए पूरा पुलिस महकमा सक्रीय हो कर उनकी तलाश कर रहा है। एक पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात सांसद मुनव्वर के बेरखेड़ी गांव स्थित फार्म हाउस से करीब 23 बकरे और बकरियां कुछ अज्ञात लोगों द्वारा चोरी कर ली गईं।
इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद से ही सारा का सारा पुलिस महकमा सांसद की बकरियों को ढूंढने में जुट गया। वहीं जब सोमवार तक भी पुलिस इन बकरियों की खोज नहीं कर पाई तो सांसद के एक कर्मचारी दशरथ सिंह ने इस मामले की सिविल लाइन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। दशरथ सिंह ने अपनी शिकायत में इन बकरियों की कीमत एक लाख तीस हजार रुपए लिखवाई है। सांसद की बकरियों को ढूंढने के लिए पुलिस के कई जवानों और बड़े अधिकारियों को काम पर लगाया गया है।
इससे पहले सपा सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे आज़म खान की भैंसे चोरी हो गई थीं, जिनकी शिकायत उन्होंने पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। 2014 में रामपुरा के पसियारा स्थित आज़म के डेयरी फार्म से उनकी 7 भैंसों की चोरी हो गई थी। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक महीने के बाद सभी भैंसों को बरामद कर लिया और चोरों को गिरफ्तार कर लिया था। इटावा पुलिस ने भैंस चोरों की गिरफ्तारी की थी। पुलिस ने इस मामले में कई बेगुनाह लोगों को भी जेल की हवा खिलाई थी। इस वारदात को कुख्यात अपराधी छुन्नन ने अपने गैंग के साथ मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने छुन्नन को तो गिरफ्तार कर लिया था लेकिन उसके साथी फरार हो गए थे। छुन्नन और उसके गैंग के ऊपर भैंस चोरी, लूटपाट समेत कई अन्य अपराधिक मामले दर्ज हैं।