आगरा: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के एक दिन पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखे हमले बोलकर आगरा सम्मेलन से 2019 के चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी। सपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आर्थिक राजनीतिक प्रस्ताव में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार निशाने पर रही। बैठक के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से कहा कि भाजपा ने लोगों से धोखा किया है। हम उसके झूठ को बेनकाब करेंगे।
आगरा में तीसरी बार हो रहे राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश का पांच साल के लिए अध्यक्ष चुना जाना तय है। वह अब संगठन को मजबूती देने में जुटेंगे। आगरा सम्मेलन को पार्टी के लिए शुभ संकेत बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें देश के हालात पर गहन मंथन होगा। बोले कि भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने को कहा था। केंद्र सरकार को यह बताना चाहिए कि इसके लिए क्या रोडमैप तैयार किया। नोटबंदी और जीएसटी पर उन्होंने फिर मोदी सरकार पर तंज किया कि क्या नए नोटों ने भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म कर दिया है। मैं पहले भी कहता था कि लेन-देन काला सफेद होता है लेकिन सरकार ने न सिर्फ महंगाई बढ़ा दी बल्कि देश को जो आर्थिक नुकसान हुआ, अब दिखने लगा है। अब तो भाजपा के भीतर से भी इसके खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं। जीएसटी ने पूरा कारोबार रोक दिया है, व्यापारी मानसिक रूप से परेशान हैं।
ताज देता सभी धर्मों की एकता का संदेश
अखिलेश ने योगी सरकार को भी घेरा कि इस सरकार के पास विकास का कोई नजरिया नहीं है। अपनी कमियां छिपाने के लिए सिर्फ जांच पर जांच के आदेश हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश का विकास रुका तो पूरे देश का विकास रुकता नजर आएगा। सरकार की बुकलेट में ताजमहल का जिक्र न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह देश की पहचान है। प्रदेश सरकार इसे भले ही न समझे, लेकिन यहां से सभी धर्मों में एकता का संदेश भी जाता है। फिर सवाल पूछा कि आखिर मोदी जी ने जिस लाल किले से भाषण दिया क्या उसे भी नकार दिया जाएगा।
सारा फोकस संगठन की मजबूती
उप्र में महागठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका फोकस पार्टी और संगठन को मजबूत करने पर है। निकाय चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी अकेले ही यह चुनाव लड़ेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या मुलायम सिंह यादव यहां आएंगे, अखिलेश ने कहा कि मैंने खुद उनसे जाकर निवेदन किया था। मैं तो चाहता हूं कि वे यहां आएं। उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। शिवपाल की ओर से बधाई दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कभी-कभी उम्र और रिश्तों का लाभ मिलता है। चाचाजी ने न सिर्फ आशीर्वाद दिया है, बल्कि बधाई भी दी है।