लखनऊ: स्वाइन फ्लू का वायरस बीते एक महीने से रोज एक नए जिले की ओर बढ़ रहा है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग लोगों को सतर्क रहने व साफ-सफाई पर ध्यान देने की नसीहत से ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहा। अगस्त की शुरुआत में प्रदेश के करीब 30 जिले इसकी गिरफ्त में थे, जबकि गुरुवार को अगस्त बीतने तक यह बीमारी 66 जिलों में फैल चुकी है।
स्वाइन फ्लू से प्रदेश के 66 जिलों में अब तक 66 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि ढाई हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। संचारी रोग निदेशक डॉ. बद्री विशाल ने बताया कि यह बीमारी संक्रमित लोगों की लापरवाही से अधिक बाहरी संपर्क में रहने वालों से और परिवार में ही एक से दूसरे में जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के पास आए स्वाइन फ्लू के मरीजों में अधिक संख्या विद्यार्थियों, व्यापारियों और फील्डवर्क वाले कर्मचारियों की है। आबादी के लिहाज से स्वाइन फ्लू रोगियों की संख्या में प्रदेश का देश में 14वां स्थान है। निदेशक का दावा है जिन मौतों को स्वाइन फ्लू के नाम पर दर्ज किया गया है, उनमें भी कई मौतें वास्तव में स्वाइन फ्लू की वजह से नहीं हुई हैं।
इन मरीजों को अन्य गंभीर रोग के साथ स्वाइन फ्लू भी हो गया था, इसलिए मौत स्वाइन फ्लू के नाम चढ़ गई। स्वाइन फ्लू के मरीजों का घर में ही उपचार किया जा सकता है। गंभीर स्थिति में ही मरीज को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत है।
सबसे ज्यादा मरीज लखनऊ में: स्वाइन फ्लू के जो 2725 मरीज अब तक सामने आए हैं, उनमें सबसे ज्यादा 1622 रोगी सिर्फ लखनऊ में मिले हैं। इसके अलावा मेरठ में 244, गाजियाबाद में 98, गोरखपुर में 75, कानपुर नगर में 69, आगरा में 65, गौतमबुद्धनगर में 55, बाराबंकी में 28 व सीतापुर में 26 मरीज मिले हैं। गुरुवार को भी प्रदेश भर में कुल 104 नए मरीज सामने आए।
ये हैं लक्षण: स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए साफ-सफाई का खास ध्यान रखना होगा। साथ ही सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द या बदनदर्द (फ्लू) जैसे लक्षणों को लेकर भी सतर्क रहना होगा। इन लक्षणों के दिखते ही तुरंत सरकारी अस्पताल में डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
बरतें सावधानी:
– खांसी या छींक आने पर रुमाल या टिशू पेपर का प्रयोग करें।
– इस्तेमाल किए गए मास्क या टिशू पेपर को ढक्कन वाले डस्टबिन में ही फेंकें।
– बिना हाथ धोए आंख, नाक या मुंह छूने से परहेज करें।
– थोड़ी-थोड़ी देर में साबुन से हाथ धोते रहें।
– लोगों से मिलने पर हाथ मिलाने, गले लगने या चूमने से बचें।
– फ्लू के लक्षण नजर आने पर परिवारीजन व अन्य सभी से दूरी बनाकर रखें और कार्यालय, बाजार, स्कूल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जाएं।