लखनऊ । प्रदेश की भाजपा सरकार ने अवैध बूचड़खानों पर रोक और एंटी रोमियो स्क्वॉड के जरिये छात्रओं से छेड़खानी पर अंकुश लगाने की दिशा में अभियान के बाद अब पैरोल पर फरार अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने में जुट गई है। भाजपा के चुनावी संकल्प पत्र में यह एलान किया गया था कि सरकार बनने के 45 दिन के भीतर पैरोल पर फरार अपराधियों कको जेल में बंद किया जाएगा।
सरकार बदलने के साथ ही प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा और डीजीपी जावीद अहमद ने प्रदेशभर के फरार अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने की कार्ययोजना बनाई है। इसी कड़ी में पैरोल से फरार अपराधियों की सूची बनी तो ऐसे 19 कैदियों के नाम उजागर हुए जो पांच से 15 सालों से वापस जेल नहीं लौटे। दरअसल, भाजपा सरकार संकल्प पत्र के सभी बिंदुओं को पूरा करने पर जोर लगा रही है।
कानून-व्यवस्था के मसले को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस अफसरों को सरकार की तरफ से छूट दी गयी है कि अपराधियों की नकेल कसी जाए। इसलिए योजनाबद्ध तरीके से काम चल रहा है। सचिव मणि प्रसाद मिश्र का कहना है कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि बरसों से नहीं लौटे इन बंदियों की गिफ्तारी के लिए अभियान चलाया ही जाए। साथ ही पैरोल पर छूटे बंदियों की निगरानी करायी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अपराधी योसमय से वापस जेल पहुंचे।