बदायूं: मुरादाबाद-फर्रूखाबाद हाईवे पर वजीरगंज थाना क्षेत्र में कार में जिंदा जलकर जीजा-साले की मौत हो गई, जबकि कार में सवार 8 साल के देव ने कूदकर अपनी जान बचाई। घटना रविवार रात की है। टक्कर के बाद लगी आग…
-बताया जा रहा है कि कार में लगे एलपीजी सिलेंडर में कहीं से लीकेज हो रहा था। उसी वक्त किसी अज्ञात वाहन से कार को टक्कर लगी। उसके बाद कार आग के गोले में तब्दील हो गई। इस हादसे जान बचाकर निकला मासूम देव घटना का इकलौता चश्मदीद है। घटना के वक्त उसने पापा और मामा दोनों को बचाने की कोशिश की।
बच्चे ने सुनाई आपबीती
– देव ने बताया, “घर से निकलते ही मामा की सेंट्रो कार में पिछली सीट पर बैठा था। ठंडी हवा की वजह से गाड़ी के शीशे चारो तरफ से बंद थे। पापा और मामा बातें करते जा रहे थे। तभी उसे झपकी आ गई।”
– “अचानक जोरदार धमाके से मेरा सिर आगे की सीट पर जा लगा। जब मैंने देखा गाड़ी के अंदर धुआं और बाहर आग लगी है। उसके बाद मैंने पापा को आवाज दी, लेकिन पापा ने जवाब नहीं दिया।
– “तब मुझे लगा कि मैं बच नहीं पाऊंगा। उसके बाद मैंने कार का गेट खोलने की कोशिश की, पर वो लॉक हो गया था। फिर मैंने साइड का शीशा खोला और बाहर कूद गया। कूदते वक्त मैंने पानी की केन निकाली। पीछे से पापा को निकालने की कोशिश की,लेकिन वो नहीं उठे। मामा को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं निकल पाए।”
हाईवे पर गाड़ियों को रोकता रहा
-इस बीच हाईवे पर जाकर इधर-उधर निकल रही गाड़ियों से मदद मांगने की कोशिश की, लेकिन कोई नहीं रुका। दस मिनट तक कभी कार, तो कभी हाईवे की तरफ भागता रहा। तब बाइक सवार दो लोग उसे देखकर रुके। वह मदद के लिए आगे आए, तब तक कार में बैठे पापा और मामा जल चुके थे।
-उसने कई बार हाईवे पर जाकर इधर-उधर निकल रहे वाहनों को हाथ देकर मदद मांगी पर कोई नहीं रुका । दस मिनट तक वह कभी कार की तरफ तो कभी हाईवे की ओर भागता रहा। तब एक बाइक पर सवार दो लोग उसे देखकर रुके। उसने बताया तो वह मदद करने आगे आए पर तब तक कार और उसमें बैठे उसके पापा और मामा पूरी तरह जल चुके थे ।
-उसने कई बार हाईवे पर जाकर इधर-उधर निकल रहे वाहनों को हाथ देकर मदद मांगी पर कोई नहीं रुका । दस मिनट तक वह कभी कार की तरफ तो कभी हाईवे की ओर भागता रहा। तब एक बाइक पर सवार दो लोग उसे देखकर रुके। उसने बताया तो वह मदद करने आगे आए पर तब तक कार और उसमें बैठे उसके पापा और मामा पूरी तरह जल चुके थे। देव जब अकेला रह गया था, तब किसी ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पुलिस दोनों की डेडबॉडी को जिला हॉस्पिटल पहुंचाया।
दोनों युवक करते थे ठेकेदारी
– मरने वाले दोनों युवकों में एक का नाम निर्वेश गौतम है। निर्वेश बादामनगर गांव का रहने वाला है। वहीं, उमेश बिसौली के मदनजुड़ी गांव का रहने वाला है। दोनों रिश्ते में जीजा-साले हैं। ठेके पर बिल्डिंग बनाने का काम करते थे।