लोकसभा उपचुनाव में आये हुए नतीजों से यह अहसास होता है कि विभिन्न राजनैतिक पार्टियों और जनमानस के मन में जो EVM की विश्वसनीयता पर जो सवाल उठते रहे उसकी तोड़ BJP ने निकाला है । यदि एक – दो उपचुनाव हार जाय तो कोई बात नहीं मगर 2019 का चुनाव के लिए बीजेपी एक बड़ी तयारी कर रही है , जिसमे उसके पास जवाब देने लायक कुछ रहे। अभी जैसे फूलपुर गोरखपुर और अररिया में चुनाव नतीजे आये है वो BJP के पक्ष में नहीं आये है मगर उससे सभी को ये लगेगा कि चुनाव निष्पक्ष हुए है मगर जिस EVM को विकसित देश नकार चुके है उसका उपयोग चुनाव आयोग कैसे कर सकता है ?
ये सिर्फ एक खेल है, दिखावा है कि EVM पर भरोसा बना रहे . हो सकता है BJP कोई बड़ी साज़िश को अंजाम देने की तयारी कर रही हो । क्यूंकि बीजेपी का शुरू से मंसूबा रहा है कि बड़ी घटनाओ को अंजाम देना हो तो छोटी मोटी घटनाओ में पब्लिक को फंसा दो वो बेचारे इन मुद्दों में फँस कर असल मुद्दा भूल जाय और हम अपना काम बड़ी आसानी से कर जाय और किसी का उस पर ध्यान भी नहीं जायेगा।
अगर इतना ही BJP पाक साफ़ है तो 2019 के चुनाव में EVM और VVPAT की पर्चियों के मिलान परिणाम के साथ दिखा दे ताकि सभी का मुँह बंद हो जाय और चुनाव आयोग पर भी विश्वाश बना रहे।
- Sunil Maurya