लखनऊ: SC/ST एक्ट को लेकर देशव्यापी भारत बंद आंदोलन के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के पुनर्विचार याचिका को स्वीकार कर लिया है. इस मामले को लेकर खुली अदालत में दोपहर दो बजे सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस ने इस मामले की सुनवाई के लिए जस्टिस आदर्श कुमार गोयल और जस्टिस यूयू ललित की अगुवाई वाली बेंच का गठन किया है, जो इस मामले की सुनवाई करेगी. भारत बंद आंदोलन के हिंसक हो जाने को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, ‘मैं मायावती जी से पूछना चाहता हूं कि, मामला कोर्ट में विचाराधीन है. उससे पहले इस तरह के आंदोलन के क्या मतलब हैं?’ केशव प्रसाद मौर्या ने मायावती पर उत्तर प्रदेश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया.
SC/ST एक्ट को लेकर लोकसभा में जमकर हुआ हंगामा
SC/ST एक्ट को लेकर आज लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ. SC/ST एक्ट को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस कानून में केंद्र सरकार ने कोई बदलाव नहीं किया है. यह फैसला सुप्रीम कोर्ट ने लिया है. केंद्र सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कोई पार्टी नहीं है. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने तो इस कानून में कई नए प्रावधान जोड़े हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हमारी सरकार ने पुनर्विचार याचिका दाखिल की है, जिसपर आज ही सुनवाई होने वाली है. उन्होंने कहा कि सोमवार को केंद्र सरकार ने SC/ST एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी.
SC/ST एक्ट को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही है- राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने कहा कि SC/ST एक्ट को लेकर गलत अफवाहें फैलाई जा रही है. उन्होंने देश के लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. बता दें SC/ST एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बदलाव के बाद 2 अप्रैल को पूर देश में बंद का आह्वान किया गया था. बंद के दौरान देश के कई हिस्सों में हिंसा फैल गई, जिसमें मध्य प्रदेश में 6, उत्तर प्रदेश में एक और राजस्थान में एक शख्स की मौत हो गई.
राजनाथ सिंह बोलते रहे, विपक्ष हंगामा करता रहा
हिंसा को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकारों को तुरंत हर संभव मदद पहुंचाई गई. उन्होंने कहा कि SC/ST एक्ट को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता और तत्परता पर कोई सवाल नहीं खड़ा कर सकता है. लोकसभा में राजनाथ सिंह के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा शांति की अपील करने के बाद भी विपक्षी नेता सदन में हंगामा करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.