लखनऊ: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उसकी सरकार विकास को भी सांप्रदायिक चश्मे से देखना चाहती है। विद्युत आपूर्ति को दीपावली और ईद में बांटना चाहती है। सदभाव में श्मशान और कब्रिस्तान के बहाने नफरत ढूंढ रही है।
यादव ने कहा कि हिंदू-मुसलमानों दोनों का राष्ट्र निर्माण में योगदान हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भाजपा इसमें भी हिंदू-मुसलमान का बंटवारा करेगी। देश की विकास दर छह प्रतिशत आंकी गई है। ऐसे में मुसलमानों की अनदेखी से देश की विकास दर तीन प्रतिशत ही रह जाएगी।
यादव सोमवार को सपा मुख्यालय में एकत्र कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि गरीबों, किसानों, पिछड़ों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए उन्होने क्या किया? नोटबंदी से बेकारी बढ़ी, उद्योग-धंधे ठप हुए और किसान बदहाल हुआ।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसने अब तक जनहित की कोई नई योजना शुरू नहीं की है। समाजवादी सरकार की चलाई योजनाओं का ही नाम बदलकर अपनी बताना कहां की नैतिकता है।
भाजपा सरकार छात्रों पर दमनचक्र चला रही है। महिलाओं के प्रति अपराध बढ़े हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट है। लोग बिजली संकट से परेशान हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने बिना भेदभाव के काम किया।
गरीबों, किसानों, पिछड़ों, व्यापारियों, महिलाओं, नौजवानों तथा अल्पसंख्यकों के कल्याण की तमाम योजनाएं लागू की। भाजपा सरकार कुछ तो करे ताकि विकास हो। अभी तो उन्होंने समाजवादी सरकार के कार्यो की जांच के बहाने तीन महीने बर्बाद कर दिए हैं।