उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि वे 27 अगस्त को पटना में होने वाली रैली में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के साथ मंच साझा करेंगे। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ आगामी 27 अगस्त को पटना में एक विशाल रैली करने वाले हैं। लालू प्रसाद यादव ने इस रैली में शामिल होने के लिए कई महीने पहले ही देश के प्रमुख विपक्षी दलों को न्यौता दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘ मैं 27 अगस्त को लालू यादव जी की बिहार रैली में शामिल रहूंगा इस रैली में मायावती भी रहेंगी, अगर वहां पर केन्द्र सरकार के खिलाफ कोई गठबंधन होता है तो इसका वहीं पर ही ऐलान किया जाएगा।’ हालांकि इस रैली में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती शामिल होंगी या नहीं इस पर अभी संशय बरकरार है।
इस रैली के बहाने ही यूपी में बीएसपी और एसपी को एक मंच पर लाने की कोशिश हो रही है। इससे पहले लालू यादव ने यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भी अखिलेश और मायावती को मिलाकर बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा बनाने की कोशिश की थी लेकिन इसमें उन्हें कामयाबी नहीं मिली थी। इस मोर्चे में बसपा-सपा के अलावा जेडीयू समेत दूसरी विपक्षी पार्टियां भी शामिल होने वाली थीं, लेकिन तब ये राजनीतिक गठबंधन परवान नहीं चढ़ सका। बता दें कि लालू प्रसाद यादव बार बार कहते आए हैं कि बीजेपी को पटखनी देने के लिए विपक्षी दलों का एक मंच पर आना जरूरी है।
लालू यादव ने इस रैली के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी न्यौता दिया है। लालू ने ट्वीट कर लिखा था कि वे बीजेपी के खिलाफ रैली के लिए सभी गैर भाजपाई दलों को 27 अगस्त को पटना आमंत्रित करते हैं। लालू के निमंत्रण को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तुरंत स्वीकार कर लिया और कहा था कि वे इस रैली में मौजूद रहेंगी। लालू इस रैली के लिए वामपंथी दलों से भी संपर्क साध रहे हैं।