योगी आदित्य नाथ रविवार (9 जुलाई) को गुरु पूर्णिमा के दिन गोरखपुर के गोरखनाथ मठ में रहेंगे। वह वहां पहुंच भी चुके हैं। इस मौके पर योगी आदित्य नाथ अपने शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए गुरु की भूमिका अदा करेंगे। इसके लिए योगी आठ जुलाई को गोरखनाथ पहुंचे थे। अपने संसदीय क्षेत्र में वह दो दिन बताएंगे। योगी वहां गुरु की तरह बैठेंगे। शिष्य उनका आदर करने के लिए उनको तिलक लगाएंगे और फल देंगे। इसके बदले में योगी अपने शिष्यों को आशीर्वाद देंगे।
योगी सीएम बनने के बाद भी वह सारे काम अच्छे से कर रहे हैं जो कि वह गोरखनाथ मंदिर के महंत और वहां के सांसद रहते कर रहे थे। अप्रैल में नवरात्रों के दौरान सीएम योगी ने व्रत रखे थे। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर काली पूजन भी किया था। 16 साल बाद अयोध्या में राम जन्मभूमि जाकर राम लला के दर्शन करने वाले वह पहले सीएम हैं। अब वह उस हिंदू त्योहार को धूमधाम से मनाएंगे जिसपर लोग अपने गुरु का सम्मान करते हैं।
बीजेपी की सरकार बनने के बाद राम मंदिर के मुद्दे ने यूपी में फिर से जोर पकड़ा है। 9 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के दिन सीतापुर के नारदआनंद आश्रम में भारी संख्या में साधु पहुंच रहे हैं। यूपी समेत विभिन्न राज्यों के विभिन्न अखाड़ों से संत वहां पहुंचे हैं। आश्रम के प्रमुख संत विद्या चैतन्य महाराज ने कहा था कि सभी संत राम मंदिर पर बातचीत करने के लिए एकत्रित हो रहे हैं। महाराज ने कहा था, ‘गुरु पूर्णिमा से हम राम मंदिर के लिए अपने आंदोलन की शुरुआत करेंगे। इसमें सिर्फ संतों ही नहीं आम आदमी का भी समर्थन चाहिए।’ महाराज को यह भी भरोसा है कि 2019 से पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।