लखनऊ: विश्व के सबसे बड़े पार्क में शुमार लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में 23 सितंबर को समाजवादी पार्टी का सम्मेलन नहीं होगा। प्रदेश की सत्ता से बाहर होने के बाद समाजवादी पार्टी को लगातार झटका मिल रहा है। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की 23 सितंबर को पार्क में सम्मेलन करने की अर्जी को ठुकरा दिया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताते थे। अब उनको ही इस पार्क में समाजवादी पार्टी का सम्मेलन करने की अनुमति नहीं मिल रही है। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक आदेश का हवाला देकर पार्टी का सम्मेलन करने के लिए पार्क को आवंटित करने की अर्जी को ठुकरा दिया है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के बाद से ही भाजपा सरकार ने अखिलेश सरकार के सभी फैसलों का पलटना शुरू कर दिया है। अखिलेश सरकार में शुरू की गई कई योजनाओं की भाजपा सरकार जांच भी शुरू करवा चुकी है। अब इसी क्रम में समाजवादी पार्टी को एक और बड़ा झटका मिला है। वह उस पार्क का उपयोग करने से वंचित हो रहे हैं, जिसका निर्माण उनकी पार्टी की सरकार में हुआ था।
उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर हो चुकी समाजवादी पार्टी का लखनऊ में 23 सितंबर को एक राज्य सम्मेलन होने वाला है।
समाजवादी पार्टी को इस सम्मेलन के लिए जनेश्वर मिश्र पार्क नहीं मिल रहा है। यह समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने पार्क में 23 सितम्बर को सपा के वार्षिक अधिवेशन करने की अनुमति नही दी। है। उन्होंने कहा कि पार्क में राजनीतिक कार्यक्रमों को न करने के हाईकोर्ट की रोक के आधार पर समाजवादी पार्टी को अनुमति नहीं दी गई है।
पार्क को पर्यावरण या फिर किसी अन्य बड़े प्रायोजन के लिए तो आवंटित किया जा सकता है, लेकिन राजनीतिक दल के सम्मेलन के लिए नहीं दिया जा सकता है।