बेबस मां अपनी तीन बेटियों और एक बेटे की पढ़ाने की खातिर अपना गुर्दा बेचने के लिए तैयार हो गई है। यह वह बेबस मां है, जिसने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक मदद की गुहार लगाई, लेकिन हर तरफ उसको मदद की बजाय कोरा आश्वासन मिला है। इसके बाद यह बेबस मां पूरी तरह से टूट गई और उसने अपने बच्चों को पढ़ाने की खातिर सोशल मीडिया पर पत्र डाल दिया। इसमें लिखा है कि जिसको भी गुर्दे की जरूरत पड़े, वह उससे संपर्क कर सकता है।
यह मामला ताजनगरी के रोहता क्षेत्र का है। यहां की रहने वाली आरती शर्मा ने फेसबुक पर एक सामाजिक संगठन के द्वारा एक पत्र अपलोड कराया कि वह अपनी तीन बेटियों और एक बेटे को पढ़ाने की खातिर अपना गुर्दा बेचना चाहती है। आरती शर्मा के पति मनोज शर्मा कुछ समय पहले रेडीमेड कपड़ों का काम करते थे, लेकिन अचानक उनका व्यवसाय पूरी तरह से बंद हो गया। उसके बाद आरती शर्मा के परिवार पर पहाड़ टूट गया। आरती शर्मा की तीन बेटियां और एक बेटा पास में ही एक इंग्लिश मीडियम में सीबीएसई से पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन अचानक तीन महीने पहले फीस न भरने के कारण तीनों बेटियों और एक बेटे को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उसके बाद आरती शर्मा ने पहले लोकल स्तर से अधिकारियों के सामने मदद की गुहार लगाई, लेकिन लोकल स्तर से अधिकारियों ने आरती शर्मा की सुनवाई नहीं की। उसके बाद आरती शर्मा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ जा पहुंचीं और आरती शर्मा की मुलाकात योगी आदित्यनाथ से भी हो गई।
योगी आदित्यनाथ ने पूरी तरह से भरोसा दिलाया कि उसकी बेटियों को पढ़ाई के लिए पूरा खर्चा सरकार देगी, लेकिन आज तक उसकी सुनवाई नहीं हुई। उसके बाद इस बेबस मां ने अपनी जिंदगी को दांव पर लगाते हुए ऐसा कदम उठाया कि अपने बच्चों को अच्छी तालीम दिलाने के लिए उसने एक पत्र एक सामाजिक संगठन के द्वारा फेसबुक पर अपलोड करा दिया। जिसमें उन्होंने अपना गुर्दा बेचने की बात कही है।