लखनऊ: सत्ता से अलग होने के बाद पहली बार हो रहे समाजवादी पार्टी के राज्य सम्मेलन में शनिवार को न सिर्फ अखिलेश यादव के संगठन कौशल की परीक्षा होगी, बल्कि मुलायम और शिवपाल के बिना पार्टी में उनकी ताकत का आकलन भी होगा। इसीलिए सपा ने इस सम्मेलन को सफल बनाने में पूरी ताकत झोंक दी है। राजधानी के प्रमुख मार्गों पर बैनर व झंडों की भरमार है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को रमाबाई अंबेडकर मैदान पर तैयारियों का निरीक्षण किया। पहली बार इस मैदान पर हो रहे सपा के सम्मेलन में पंद्रह हजार प्रतिनिधि शामिल होंगे।
प्रांतीय सम्मेलन एक दिन का
खास यह है कि सपा का आठवां प्रांतीय सम्मेलन महज एक दिन का होगा। इससे पहले दो या तीन दिन के सम्मेलन होते रहे हैैं। एक ही दिन में राजनीतिक आर्थिक प्रस्ताव पारित करने के साथ ही प्रदेश कमेटी का चुनाव भी कराया जाएगा। इस्तीफा देने वाले सपा के चार विधान परिषद सदस्यों की गैरमौजूदगी का कितना असर रहेगा, यह भी सम्मेलन में देखने की बात होगी। पहले के सम्मेलनों में अशोक वाजपेयी जैसे नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहा करती थी। हालांकि पार्टी के अन्य नेता इस बात को कोई महत्व देने के लिए तैयार नहीं हैैं। पार्टी नेताओं- पदाधिकारियों ने शुक्रवार सायं जनेश्वर ट्रस्ट में प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के साथ बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया। नरेश उत्तम का सपा के प्रांतीय अध्यक्ष पद पर बने रहना तय माना जा रहा है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि सम्मेलन स्थल पर पार्टी प्रतिनिधियों, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के लिए अलग-अलग पंडाल बनाए गए हैं। एक बड़े मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित वरिष्ठ नेता रहेंगे, जबकि दूसरे मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
अखिलेश उद्घाटन, रामगोपाल समापन
सपा के प्रांतीय सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रात: 9.45 बजे करेंगे। राष्ट्रीय गान के बाद दस बजे से प्रतिनिधि सम्मेलन प्रारंभ होगा। स्वागत गीत व भाषण के बाद 10. 45 बजे प्रदेश अध्यक्ष द्वारा संगठन की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। प्रवक्ता चौधरी ने बताया कि सुबह 11 बजे अखिलेश यादव भाषण करेंगे। दोपहर 12 बजे राजनीतिक व आर्थिक प्रस्ताव पेश किए जाएंगे। दो बजे मध्यान्ह भोज के बाद प्रस्तावों पर चर्चा कर उन्हें पारित किया जाएगा। शाम 4.30 बजे प्रदेश अध्यक्ष तथा पदाधिकारियों का चुनाव होगा। शाम पांच बजे सम्मेलन का समापन रामगोपाल यादव के संबोधन से होगा।
सबकी निगाहें मुलायम पर
लगभग तय ही है कि सपा के प्रांतीय सम्मेलन में पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव नहीं शामिल होंगे। शिवपाल कह ही चुके हैैं कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में सबकी निगाहें 25 सितंबर को होने वाली मुलायम की प्रेस कांफ्रेंस पर है। इसमें वह कोई महत्वपूर्ण घोषणा कर सकते हैैं। गौरतलब है कि मुलायम लोहिया ट्रस्ट से रामगोपाल यादव को दो दिन पहले ही हटा चुके हैैं।