समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने योगी सरकार के मंत्रियों पर चुटकी ली है, और कहा है कि उन्हें कानून और सरकारी कायदों की जानकारी है ही नहीं। पूर्व सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा कि सीएम योगी आदित्य नाथ को चाहिए कि वे अपने मंत्रियों को उनके यहां क्लास भेजे ताकि आजम खान योगी सरकार के मंत्रियों को कानून की जानकारी दे सकें। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक आजम खान ने ये बयान तब दिया जब वे गाजियाबाद में आईपीएस ऑफिसर संजीव त्यागी के पिता ईश्वर चंद त्यागी की हत्या के बाद शोकाकुल परिवार को सांत्वाना देने पहुंचे थे।
आजम खान ने तीन तलाक मुद्दे पर भी अपनी राय रखी और कहा कि तीन तलाक इस्लाम से जुड़ा एक मजहबी मामला है और इसे मजहबी ही रहने दिया जाए तो बेहतर होगा। उन्होंने सरकार से अपील की, ‘तीन तलाक के मुद्दे पर कोई भी फैसला लेने से पहले सरकार को इस मसले पर तमाम जानकारियां हासिल करनी चाहिए। आजम खान ने ये स्वीकार किया कि वे अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के बीच रिश्ते ठीक नहीं करवा सके। आजम खान ने बीएसपी से नसीमुद्दीन सिद्दीकी को हटाये जाने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि बसपा का ये इतिहास रहा है कि जब फल से रस खत्म हो जाए तो उसे फेंक दिया जाता है। आजम खान ने कहा कि मायावती को नसीमुद्दीन की बेईमानी का पता देरी से चला। उन्होंने कहा कि पूरी घटना से बेईमानों का काला चिट्ठा खुलकर सामने आ गया है।
आजम खान ने कहा कि मौजूदा सरकार ने जौहर यूनिवर्सिटी में बनाई गई सड़क और उसके पास बनाये गये गेस्ट हाउस की जांच कराने का जो फैसला लिया है वो वैधानिक नहीं है। आजम खान के मुताबिक यूनिवर्सिटी में सड़क बनाने का फैसला कैबिनेट की बैठक से पास कराने के बाद ही लिया गया था। इसके अलावा जो गेस्ट हाउस बनाया गया है उसे भी पीडब्ल्यूडी विभाग की जमीन पर ही बनाया गया है।