गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को तीन साल की सरकार का लेखा-जोखा पेश किया है। उन्होंने रक्षा विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि देश की सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है, यही वजह है कि इतनी ज्यादा मुस्लिम आबादी होने के बावजूद भी आतंकी संगठन ISIS भारत में अपनी पकड़ नहीं बना सका। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा, “हम ISIS की चुनौतियों से निपटने में सफल रहे हैं।” मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर सिंह अपने मंत्रालय का रिपोर्ट कार्ड दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूरी जिम्मेदारी से देश को सुरक्षा मुहैया करवाने की पूरी-पूरी कोशिश की।’’ उन्होंने बताया कि देशभर से आईएसआईएस के प्रति सहानुभूति रखने वाले 90 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि आतंकी संगठनों की सूची में आईएसआईएस और अंसार उल अम्माह को शामिल किया गया है। सिंह के मुताबिक वर्ष 2011-2014 तक संप्रग सरकार के कार्यकाल के मुकाबले वर्ष 2014 से 2017 तक नक्सली हमलों में 25 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के अंतिम तीन वर्षों की तुलना में राजग सरकार के तीन वर्षों में नक्सली हमलों में होने वाली मौतों में 42 फीसदी की कमी देखी गई है।
गृहमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष सितंबर माह में नियंत्रण रेखा पार किए गए लक्षित हमलों के बाद के छह महीनों में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशों में बीते वर्ष इसी अवधि की तुलना में 45 फीसदी की कमी आई है। राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को खत्म करेगी और जम्मू-कश्मीर में शांति सुनिश्चित करेगी।
इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिह ने कहा था कि 2016 में सेना द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे हैं। सेना ने पिछले साल सितंबर में नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें दर्जनों आतंकवादी और उनके हमदर्द मारे गए थे। बीएसएफ ने कहा कि 2016 में 130 बार घुसपैठ की कोशिश की गई जबकि इस साल अब तक घुसपैठ की 27 कोशिश की गई है।