2017-18 को अपने स्तर से न्यूनतम 180 दिनों का निर्धारित कर सकते हैं। किसी विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2017-18 को 180 दिन का निर्धारित किए जाने की आवश्यकता पाए जाने की दशा में विश्वविद्यालय को राज्य सरकार को 15 दिन के अंदर इसकी सूचना देते हुए अनुमति प्राप्त करनी होगी।
उप मुख्यमंत्री डॉ.दिनेश शर्मा ने सत्र 2018-19 का शैक्षिक कैलेंडर जारी करते हुए बताया कि उक्त सत्र में 10 जुलाई तक स्नातक कक्षाओं में पूर्व में प्रवेश ले चुके छात्रों की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए बीएड की समय सारिणी को अंगीकृत किया जाएगा और प्रवेश प्रक्रिया 30 जून तक पूरी कर ली जाएगी। प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद नौ जुलाई, 2018 को शिक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
वहीं परास्नातक प्रथम वर्ष में दाखिले की प्रक्रिया 31 जुलाई, 2018 तक पूरी कर अगस्त के पहले सोमवार से शिक्षण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। प्रयोगात्मक परीक्षाएं 15 जनवरी, 2019 से 28 फरवरी, 2019 तक आयोजित होंगी। वहीं मुख्य परीक्षाएं एक मार्च, 2019 से शुरू होंगी जिन्हें 60 दिनों में संपन्न कराने का निर्णय लिया गया है। 25 जून, 2019 तक सभी परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। सेमेस्टर परीक्षाओं की समयसारिणी विश्वविद्यालय अपने स्तर पर तय करेंगे।