लखनऊ : देश का सबसे बड़ा मध्य कमान अब गंदगी के खिलाफ जन आंदोलन करेगा। सेना ने उत्तराखंड को पर्यावरण संरक्षण करने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए चुना है। इसके लिए लखनऊ स्थित मध्य कमान की कई यूनिटों के जवानों को 15 दिनों तक उत्तराखंड के अलग अलग हिस्सों में भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मध्य कमान के क्षेत्र में ग्लेशियर और हिमालय में महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं। पर्यावरण को नुकसान पहुंचने के कारण उत्तराखंड में इन ग्लेशियर के अस्तित्व को बचाना एक बड़ी चुनौती है। सेना ने उत्तराखंड में 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक जन आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत सेना के जवान उत्तराखंड में रहने वाले पूर्व सैनिकों को साथ लेकर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के लिए ग्राम वासियों को जागरूक करेंगे।
इस विशेष स्वच्छता अभियान में सेना के जवान बद्रीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंठ साहिब और कैलाश मानसरोवर यात्रा के रास्ते पर्यटकों के साथ मिलकर भी सफाई करेंगे। उच्च पर्वतीय क्षेत्र गंगोत्री, यमनोत्री, पिंडारी ग्लेशियर और कामेट पर्वत पर पर्वतारोहण दल के छोड़े गए कूड़े और गंदगी की भी सफाई होगी। मध्य कमान की जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा ने बताया कि सेना पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के लिए उत्तराखंड में 17 से जन आंदोलन चलाएगी। इसके लिए मध्य कमान मुख्यालय ने अपनी कई यूनिटों को आदेश दिया है कि वह उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचें।