लखनऊ के राजकीय संप्रेक्षण गृह में बालकों के साथ यौन शोषण के मामले में रविवार को एक नया खुलासा हुआ है। बालकों ने रविवार को भी कर्मचारियों द्वारा बुरा काम करने, नशा कराने और भद्दी-भद्दी गाली देने का आरोप दोहराया है।
संप्रेक्षण गृह के बालकों का कहना है कि अधीक्षक अशोक अवस्थी के जाने के बाद अन्य कर्मचारियों द्वारा रोजाना ब्ल्यू फिल्म लगाई जाती थी। इसके बाद कुछ बालक कर्मचारियों के कहने पर बालकों से यौन शोषण करते थे।
शनिवार रात राजकीय संप्रेक्षणगृह (बाल सुधार गृह) में जिला प्रोबेशन अधिकारी के कलमबंद बयान के बाद देर रात निदेशक महिला कल्याण विभाग ने भी मोहान रोड जाकर जानकारी जुटाई। साथ ही बालकों से बात की।
सस्पेंड अधिक्षक को दिया चार्ज
सूत्रों की माने तो इस दौरान यौन शोषण के साथ संप्रेक्षण गृह में जबरन ब्ल्यू फिल्म दिखाने के मामले का भी खुलासा हुआ है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वेश पांडेय की अध्यक्षता में जांच बैठाई गई है। मामले को दबाने में लगे विभाग ने अधीक्षक अशोक अवस्थी से भी जवाब मांगा है।
संप्रेक्षण गृह में बाल शोषण के मामलेे से जागा महिला कल्याण विभाग ने रविवार को सस्पेंड अधीक्षक हरीश चंद्र श्रीवास्तव को संप्रेक्षण गृह का अधीक्षक का चार्ज दे दिया है। अब तक यहां बालगृह बालक के अधीक्षक अशोक अवस्थी ही कार्यभार संभाल रहे थे।