लखनऊ: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के डेरा सिरसा से लखनऊ के जीसीआरजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइसेंज कालेज को भेजे गए शव के मामले को लेकर प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का मानना है कि डेरा सच्चा सौदा से लखनऊ आए 14 शवों का प्रकरण हमारे संज्ञान में है, यह बेहद गंभीर मामला है।
डा.राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय में चर्म रोगियों की टेली-डर्मिटोलाजी योजना की शुरूआत के मौके पर सूबे के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सिरसा से यहां के एक मेडिकल कालेज में भेजे गए 14 शव का मामला संज्ञान में लिया गया है। इसकी पड़ताल की जाएगी। इस प्रकरण में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जहां कानून का जरा सा भी उल्लंघन होगा उसपर कार्यवाही की जाएगी।
सिरसा से आए 14 शव
एमसीआई ने 7 जनवरी 2017 को इंस्टिट्यूट का निरीक्षण किया था। एनॉटमी डिपार्टमेंट में रिसर्च के लिए सिर्फ एक डेडबॉडी मिली थी। जबकि नियमों के अनुसार पढ़ाई के लिए शवों की संख्या अधिक होनी चाहिए थी। कई और गड़बडिय़ां मिलने पर इंस्टिट्यूट को मान्यता न देने की सिफारिश की गई थी।
इंस्टिट्यूट प्रबंधन इसके खिलाफ हाई कोर्ट चला गया। इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश पर एमसीआई ने इंस्टिट्यूट के दस्तावेज की फिर जांच की तो पता चला कि इंस्टिट्यूट को 14 शव सिरसा के डेरा सच्चा सौदा ने दिए हैं।