लखनऊ. यूपी असेंबली सेशन के आखिरी दिन शुक्रवार को लॉ एंड ऑर्डर और बिजली के मुद्दे पर सदन में जमकर हंगामा हुआ। वहीं, सदन में सपा की तरफ से नितिन अग्रवाल ने बिजली पर सवाल पूछा तो ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राज्य में बिजली की कमी नहीं है। इस पर आजम खान ने पूछा कि क्या पुरानी सरकार की व्यवस्था से राज्य को बिजली दी जा रही है या कोई नई व्यवस्था है। आजम के सवाल पर शर्मा जवाब दे ही रहे थे, तभी आजम ने कहा कि गोलमोल जवाब मत दीजिए। ऐसे जवाब देकर हम विपक्ष में बैठे हैं। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कभी मेरी जगह पर दूसरे संसदीय मंत्री बैठा करते थे (आजम पर तंज) और जब खेत की बात होती थी तो ये खलिहान की बात करते थे। इसके बाद आजम के सपोर्ट में सपा नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि ये सरकार सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रही है, इसलिए हम वॉकआउट करते हैं। सपा से कहा- सपने देखना छोड़ दो…
– सपा नेता प्रतिपक्ष वॉकआउट के बाद सदन में लौटे। स्वामी प्रसाद मौर्या बोल रहे थे, तभी एक बार फिर रामगोविंद ने कहा कि जिस तरह से सरकार जवाब दे रही है, उससे वह एक बार फिर विपक्ष की हालत में आ जाएगी।
– इस पर सुरेश खन्ना ने कहा कि कल ही रामगोविंद ने कहा था कि सपने देखना हमने छोड़ दिया और आज फिर सपना देख रहे हैं। हम 2012 में 47 से 325 पर आ गए हैं। यही लोग हैं, जाे लोकसभा चुनाव के बाद कहते थे कि हम लोग विधानसभा में कुछ नहीं कर पाएंगे। लेकिन हम इतनी बड़ी संख्या में आए हैं।
– इस पर रामगोविंद ने कहा कि हालात ऐसे ही रहे तो हम 385 सदस्यों के साथ सदन में लौटेंगे।
लॉ एंड ऑर्डर पर कांग्रेस का प्रोटेस्ट
– इससे पहले सदन की शुरुआत होते ही कांग्रेस ने लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा उठाया। कांग्रेस इस विषय पर चर्चा करना चाहती थी, लेकिन परमिशन न मिलने पर उसने वॉकआउट कर दिया और गैलरी में प्रोटेस्ट किया।
– कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में गुंडे, माफिया, बदमाश ज्वेलर्स की दुकानों को लूट रहे हैं। मथुरा में व्यापारियो के घर में घुसकर गोली मारी गई। ज्वैलर्स डरे हुए हैं और वे यूपी सरकार से बार-बार सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं।
– जो यूपी सरकार अपराधियो पर लगाम लगाने की बात करती थी, वह अब निक्कमी साबित हो रही है।
सदन में पेश की गई थी कैग रिपोर्ट…
– 2978 स्कूल ऐसे हैं, जहां पानी की सुविधा नहीं थी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अखिलेश सरकार में 2012 से 2016 के बीच 6 लाख 22 हजार बच्चों को फंड होने के बावजूद फ्री किताबें नही दी गईं। वहीं, 97 लाख बच्चों को फंड होने के बावजूद स्कूल यूनिफॉर्म नहीं दी गई।
– रिपोर्ट में गंगा और गोमती की सफाई पर कहा गया कि वाराणसी में गंगा में वायु और जल प्रदूषण कम, जबकि लखनऊ में गोमती नदी में प्रदूषण गया है।