लखनऊ. लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) के बाहर योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाए जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एलयू से सस्पेंड किए गए स्टूडेंट्स का सस्पेंशन कैंसिल सहित अन्य मांगों को लेकर दर्जन भर से अधिक स्टूडेंट्स ने वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठे थे। पुलिस ने उन्हें वहां से हटाने की कोशिश की लेकिन जब स्टूडेंट्स वहां से हटने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस ने उन्हें जबरन वहां से उठाकर जीप में बैठा दिया।
ये है पूरा मामला…
– 8 जून को योगी आदित्यनाथ एलयू में आयोजित हिन्दवी स्वराज्य दिवस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए जा रहे थे। एलयू के कुछ स्टूडेंट्स ने योगी के काफिले को हनुमान सेतु पर रोककर काले झंडे दिखाए थे।
– सीएम की सुरक्षा में चुक मानते हुए 6 पुलिस कर्मी सस्पेंड और 14 स्टूडेंट्स पर एफआईआर दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया था। एलयू एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी 14 स्टूडेंट्स को सस्पेंड कर दिया था।
-इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच के भी आदेश जारी कर दिए गए थे। एलयू में समाजवादी छात्र सभा, आईएसएफआई समेत अन्य छात्र संगठनों से जुड़े स्टूडेंट्स इस बात को लेकर विरोध कर रहे है।
– गिरफ्तार किए गए स्टूडेंट्स को रिहा करने उनके खिलाफ़ दर्ज किए गए एफआईआर को वापस लेने और एलयू में सस्पेंशन कैंसिल करने की मांग कर रहे है।