लखनऊ: राजधानी में शनिवार तड़के चोरों ने दो मोबाइल शोरूम को निशाना बनाया और नकदी सहित 22 लाख रुपए कीमत के मोबाइल फोन उठा ले गए। इसकी जानकारी तब हुई जब सुबह लोग दुकान के पास गए। बताया जाता है कि इस वारदात को अंजाम चादर गैंग ने दिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है। आगे पढ़िए कैसे दिया वारदात को अंजाम …
-लखनऊ के कैसरबाग निवासी इमरान रजा की मदेयगंज सीतापुर हाइवे पर सेवा डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक के नाम से मोबाइल और घरेलू उपकरण का शोरूम है।
-बताया जाता है कि रोज की तरह शुक्रवार की रात भी शोरूम बंद हुआ और शनिवार तड़के चोरों ने वारदात को अंजाम दिया।
-चोरों ने दुकान के एक शटर में जैक लगाया और एक चोर अंदर घूस गया। बाकी साथी शोरूम के बाहर खड़े निगरानी करते रहे। अंदर घूसे चोर ने सबसे पहले गल्ले पर हाथ डाला और उसमें रखे ढाई लाख रुपए नकद उठा लिया।
– फिर शोरूम में रखा लाखों रुपए कीमत के मोबाइल फोन बटोर कर बैग में रखा और आसानी से भाग निकला। करीब 40 मिनट के अंदर चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया।
– इमरान की दुकान में चोरी करने के बाद चोरों ने कुछ दूरी पर स्थित मिर्जा सलमान बैग की शॉप मोबाइल मार्ट को निशाना बनाया। यहां 60 हजार रुपए कीमत के मोबाइल और 5 हजार रुपए कैश लूटकर ले गए। हालांकि, ये पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई।
-इसकी जानकारी होते ही दूकान मालिक और पुलिस मौके पर पहुंची और फिंगर प्रिंट यूनिट को बुलाकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी।
-हसनगंज एसओ विमलेश सिंह ने बताया, दोनों की घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच की जा रही है, जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कैमरे के डीवीआई की जगह एम्पलिफायर उठा ले गए चोर
-बताया जाता है कि इमरान की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की जानकारी चोरों को भी थी। इसीलिए दुकान के अंदर वारदात को अंजाम देने के बाद चोर सीसीटीवी कैमरे का डीवीआई बॉक्स तलाशने लगा।
-इस बीच उसकी नजर डीवीआर बॉक्स जैसे दिखने वाली एमएफ के एम्पलिफायर पर पड़ी। चोर ने एम्पलीफायर मशीन को डीवीआई समझकर निकाल लिया और फरार हो गया।
चादर गैंग ने वारदात को दिया अंजाम
– इमरान की दुकान में चोरी की फुटेज देखने के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि वारदात को चादर गैंग ने अंजाम दिया है।
– चादर गैंग चोरों का एक ऐसा गैंग है, जो बड़ी ही चालाकी से वारदात को अंजाम देता है और लोगों को अंदाजा भी नहीं हो पाता है।
– गैंग के लोग अपने साथ बड़ी-बड़ी चादर लेकर चलते हैं और चिन्हित किए गए शोरूम के सामने जमा हो जाते हैं। फिर चादर को निकाल कर शोरूम के सामने खोलने और बिछाने लगते हैं।
-इस बीच गैंग में मौजूद एक साथी चादर की आड़ में शटर को जैक लगाकर उठा देता है और अंदर घूस जाता है।
– इसके बाद बाकी सदस्य शोरूम के बाहर चादर बिछाकर आराम करने लगते हैं। इस बीच कोई राहगीर गुजरता भी है तो उसको इनकी हरकतों पर शक नहीं हो पाता है।