Thursday, March 28, 2024
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PM को इस लड़की ने किया एक “ट्वीट”

SI News Today

लखनऊ. यूपी के फैजाबाद की अवंतिका चंद्रा को पीएम नरेंद्र मोदी ट्व‍िटर पर फॉलो करते हैं। अवंतिका को कई बार लोगों ने बीजेपी का एजेंट भी बताया। 26 साल की उम्र में इस लड़की ने ‘हमनवा’ नाम की नॉबेल भी लिखी है। अभी हाल में (16 मई) पीएम ने इनके ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा- ”पढ़कर बहुत अच्छा लगा, मैं आपके उत्साह की प्रशंसा करता हूं।”

जीत के 3 साल पूरे होने पर पीएम ने इस लड़की के ट्वीट पर किया रिप्लाई
अवंतिका ने बताया, ”जब मैं 10 साल की थी, तब पहली बार नरेंद्र मोदी को टीवी पर बोलते हुए सुना। उनकी स्पीच से काफी प्रभावित हुई। स्कूल में भी उनके बारे में सुनती रहती थी। बाद में न्यूज पेपर्स में उनकी खबरे पढ़ने की आदत बन गई।”
– ”2011 में पीएम मोदी से जुड़ने के लिए ही ट्विटर पर अकाउंट बनाया। 16 मई 2014 को बीजेपी के लोकसभा इलेक्शन जीतने पर नरेंद्र मोदी को टवीट कर बधाई भी दी थी।”
– ”हाल ही में नर्मादा नदी समापन कार्यक्रम में मोदी ने अपने भाषण में कहा था ”हमें 2022 नया भारत का सपना लेकर चलना है, हर हिन्दुस्तानी को जोड़ना है।” इसके बाद मैंने 14 मई 2017 को उन्हें ट्वीटर कर लिखा था, ”आपका ये सपना अब हर एक हिंदुस्तानी का सपना बन गया है। नए भारत के निर्माण के लिए हम ‘एक’ नहीं ‘हजार’ कदम चलने को तैयार हैं।”
– ”16 मई 2017 को बीजेपी की जीत के 3 साल पूरे होने पर पीएम ने मेरे इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा, पढ़कर अच्छा लगा, मैं आपके उत्साह की प्रशंसा करता हूं।”
– ”पीएम ने ट्वीट के रिप्लाई के साथ-साथ उसी दिन मुझे फॉलो भी किया।”

जब पब्ल‍िशर्स ने इस लड़की से कहा- नई राइटर को लोग नहीं पढ़ते

– वह बताती हैं, ”मेरे लिए 296 पेज का ‘हमनवा’ नॉबेल लिखना आसान नहीं था। 3 से 4 महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस बुक को लिख पाई।”
– ”बुक कम्पलीट करने के बाद 3-4 पब्लिशर्स से बुक पब्लिश कराने के लिए सम्पर्क किया। लेकिन नई राइटर होने और हिंदी में नोबेल लिखा होने के कारण सभी ने रिजेक्ट कर दिया। पब्ल‍िशर्स का कहना था कि लोग हिंदी में नॉबल पढ़ना वैसे ही कम पसंद करते हैं। नई राइटर को बिलकुल भी नहीं।”
– ”जब कहीं से बात नहीं बनी फिर पैरेंट्स की मदद से मैंने ”हमनवा” को पब्लिश कराया, जिसे फैजाबाद के डीएम विवेक कुमार ने 2016 में लांच किया था। नॉबेल अमेजन पर ऑनलाइन बिक्री के लिए अवेलेबल है, जिसकी कीमत 155 रुपए है।”

जब लोगों ने इस लड़की को बताया बीजेपी का एजेंट

– अवंतिका की मां एक गवर्नमेंट स्कूल में टीचर और पिता मलेरिया डिपार्टमेंट में डॉक्टर। एक छोटा भाई है, जो एमटेक की पढ़ई कर रहा है।
– फैजाबाद के टिनी टोट्स स्कूल से अवंतिका ने 2006 में हाईस्कूल और 2008 में बस्ती के डीएवी कॉलेज से इंटर किया। इसके बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी से 2010-11 में बीजेएमसी कम्प्लीट किया है। 2013-14 मेंएमजेएमसी कम्प्लीट किया।
– अवंतिका कहती हैं, ”मैं सोशल साइट पर अक्सर समाजिक मुद्दों पर देश की राजनीति से जुड़ी घटनाओं पर लिखती रहती हूं। नरेंद्र मोदी के पक्ष में लिखने पर कई बार लोगों की आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा। कुछ लोगों ने तो मुझे बीजेपी से पैसे लेकर लिखने और एजेंट तक कह डाला। लेकिन मैंने लिखना बंद नहीं किया।”
– ”मैं इस समय जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) की तैयारी कर रही हूं। मेरा सपना टीचर बनकर समाज को एजुकेटेड बनाना है। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर एक बुक पर भी काम कर रही हूं। वह अभी कम्प्लीट भी नहीं हुई है, लेकिन 4 पब्लिशर्स अभी से बुक पब्लिश कराने के लिए संपर्क कर रहे हैं।”

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