‘पद्मावती’ फिल्म के निर्देशक व कलाकारों को धमकाने वाली भारतीय जनता पार्टी-हरियाणा के मीडिया संयोजक को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हरियाणा बीजेपी के मुख्य मीडिया को-आर्डिनेटर सूरज पाल अमू ने रविवार को कहा था कि ‘हम दीपिका सिर कलम करने वालों को इनाम देंगे, वो भी 10 करोड़ रुपये। और उनके परिवार का ध्यान भी रखेंगे।’ भाजपा के अनिल जैन ने एएनआई से कहा, ”पार्टी का ऐसा बयानों से कोई लेना-देना नहीं हैं। उन्हें (सूरज) कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
हरियाणा में कानून का राज है और कोई ऐसे फतवा जारी नहीं कर सकता।” सूरज ने कहा था कि ‘वे मेरठ के उस युवा को बधाई देना चाहते हैं जिसने दीपिका पादुकोण और भंसाली का सिर काटने वाले को 5 करोड़ रुपये इनाम की पेशकश की थी।’ सूरज ने फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे अभिनेता रणवीर सिंह को धमकी देते हुए कहा, ”अगर तून अपने शब्द वापिस नहीं लिए तो तेरी टांगों को तोड़के तेरे हाथ में दे दूंगा।” बता दें कि ‘पद्मावती’ की रिलीज को ‘स्वेछा’ से स्थगित कर दिया गया है।
फिल्म की कहानी राजपूत रानी पद्मावती को लेकर तथ्यों से छेड़छाड़ को लेकर विवादों में घिरी है। हालांकि, भंसाली इस बात से कई बार इंकार कर चुके हैं। कुछ हिंदू समूह फिल्म की रिलीज का विरोध कर रहे हैं जबकि कुछ राजनीतिक संगठनों ने मांग की है कि गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इसकी रिलीज स्थगित कर दी जाएगी। निर्माताओं को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। सीबीएफसी का कहना है कि निर्माताओं का आवेदन ‘अधूरा’ था।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के प्रमुख प्रसून जोशी फिल्म ‘पद्मावती’ को प्रमाण पत्र मिले बिना ही संजय लीला भंसाली द्वारा चुनिंदा लोगों के लिए इसकी स्क्रीनिंग करने से निराश हैं। उन्होंने कहा कि यह एक अवसरवादी उदाहरण स्थापित करता है और फिल्म प्रमाणीकरण के मौजूदा मानदंड को नष्ट करने का प्रयास करता है। टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी व रजत शर्मा ने शुक्रवार को यह घोषणा कर लोगों को हैरान कर दिया था कि उन्होंने ‘पद्मावती’ देख ली है और इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।