अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जब आजादी की लड़ाई जोरों पर थी, उसी समय निरर्थक परंपराओं को समाप्त करने पर भी काम हो रहा था। उसी दौर में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, दिल्ली यूनिवर्सिटी सहित कई शिक्षा संस्थाओं की स्थापना की गई। इन संस्थाओं की देश के विकास में अहम भूमिका है। एएमयू के लिए आर्थिक सहायता देने वालों में बनारस के महाराजा भी शामिल थे। ऐसी शिक्षक संस्थाओं को समुदायों से जोड़कर देखने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश से अधिक लगाव होने के चलते जब भी किसी कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिलता है, उसे स्वीकार लेते हैं। कुछ बुलाते हैं और कुछ बुलाने में हिचकिचाते हैं। देश की बड़ी शिक्षा संस्था में आकर मुझे गर्व हुआ। राष्ट्रीयगान में भारत भाग्य विधाता गाया जाता है। मुझे नहीं लगता कि भाग्य विधाता कोई और हो सकता है। बेटा हो या बेटी, यही भाग्य विधाता हैं, देश के भी और समाज के भी। उन्होंने दीक्षा समारोह में साठ साल पुरानी ड्रेस पहनने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह ड्रेस देश के प्रसिद्ध लोगों ने पहनी है।
यह विश्वविद्यालय देश के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। अक्टूबर में इथोपिया जाना हुआ। वहां के प्रधानमंत्री की पत्नी ने बताया कि वे एएमयू की स्टूडेंट रही हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति कलाम साहब के जीवन से प्रेरणा लेने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि 21 वीं सदी में भारत के आगे बढ़ने में युवाओं की अहम भूमिका होगी। पूरी दुनियां ज्ञान-विज्ञान से आगे बढ़ रही है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र ज्ञान के साथ विज्ञान में अपनी अलीग पहचान बना रहे हैं। यह संस्था ज्ञान-विज्ञान की तेज रफ्तार में आगे रहेगी। इससे पहले राज्यपाल रामनाईक ने भी विचार रखे।
अलीगढ़ के लिए आज का दिन खास होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अलावा कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री सहित दो दर्जन से अधिक वीआईपी शहर में होंगे। राष्ट्रपति एएमयू के दीक्षा समारोह में शामिल होंगे। वे दिल्ली से हेलीकॉप्टर से चलेंगे आया नुमाइश मैदान में सुबह 11: 10 बजे उतरेंगे। यहां से एएमयू जाएंगे। यहां आयोजित दीक्षा समारोह के बाद वे राजस्थान के राज्यपाल पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की नातिन के शादी समारोह में शामिल होंगे।
इस समारोह में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नायक, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम जितेंद्र रावत, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, कलराज मिश्र, प्रदेश के मंत्री सुरेश राणा, डॉ. महेंद्र सिंह सहित एक दर्जन से अधिक मंत्री, आधा दर्जन केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री की पत्नी यशोदा बेन भी शामिल होंगी।