Wednesday, March 27, 2024
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यूपी: बाराबंकी में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई दूसरी मुठभेंड़…

SI News Today

बाराबंकी: नोएडा के बाराबंकी मुठभेड़ पर सवाल उठने लगे हैं। शुक्रवार को बाराबंकी पुलिस और अपराधियों के बीच दूसरी मुठभेड़ की खबर सामने आई। इस मुठभेड़ को फर्जी ठहराने का काम इस तथाकथित मुठभेड़ में घायल अपराधी ने कर दी। पुलिस ने जहां इसे मुठभेड़ दिखाकर अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं इस अपराधी ने 2 दिन पहले ही अपने आप को साथियों सहित 3 दिन पहले ही गिरफ्तार बता कर सनसनी फैला दी है।

ये है पूरा मामला…
– बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना इलाके में गुरूवार रात पुलिस और अपराधियों में मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 2 अपराधी घायल हुए है, वही एक एसआई समेत 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए है।
– पुलिस ने इनके कब्जे से 1 लाख 71 हजार रुपए, 4 तमंचे, 4 मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। इस मुठभेड़ में शामिल अपराधियों ने फतेहपुर तहसील में पिछले दिन हुए दवा व्यवसायी के अपहरण कांड के अपराध को करना स्वीकार किया है।
– पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सिंह ने कहा, ”शुक्रवार को होने वाले किसान आन्दोलन को लेकर पुलिस एहतियात के तौर पर वाहनों की सघन चेकिंग कर रही थी। मोहमदपुर खाला थाना इलाके में एक कार आती दिखाई दी, पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया। कार सवारों ने कार रोकने के बजाय पुलिस पर फायरिंग करने लगे।”
– ”इस पर पुलिस ने उनका पीछा कर जवाबी फायर किया। इस दौरान एक एसआई अरुण कुमार समेत 2 सिपाही अंकित तोमर और राहुल वर्मा और 2 अपराधी भी घायल हुए है। जबकि एक अपराधी मौके से भागने में सफल हो गया।”
– ”इन अपराधियों का अंतर्जनपदीय गिरोह है। पूछताछ में पता चला कि इन लोगों ने हाल ही में फतेहपुर में हुए दवा व्यवसायी के असफल अपहरण में शामिल होना स्वीकार किया है।”
– ”साथ ही लखनऊ के पीजीआई इलाके में, बाराबंकी के गदिया इलाके में लूट सहित जिले की कई घटनाओं में शामिल होना स्वीकार किया है।

पुलिस पर लगाया आरोप
– इधर एक घायल अपराधी अंशू की बातों को माने तो उसने बताया, ”यह कोई मुठभेड़ नहीं थी बल्कि मुझे 3 दिन पहले ही उसको साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी से पहले हम इलाहाबाद में थे और पुलिस के कहने पर यहां आ रहे थे।”
– ”पुलिस ने उन्हें बछरावां से अरेस्ट कर लिया था। बीती रात लगभग डेढ़ बजे उनको पुलिस घटना स्थल पर लेकर गई थी।”
– घटना स्थल के करीब रहने वाले शिवराजपुर गांव निवासी भारत सिंह ने कहा, ”यहां मुठभेड़ और किसी को एक गोली की आवाज भी सुनाई नहीं दी। ऐसे कैसे हो सकता है।”

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