गैंगस्टर और मुंबई बम धमाकों (1993) में दोषी साबित हो चुके अबू सलेम ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार को एक पत्र लिखा है। पत्र में उसने दबंगों द्वारा अपनी पुश्तैनी जमीन कब्जाने पर प्रदेश सरकार से मदद मांगी है। पत्र में सलेम ने लिखा है कि गांव में उसकी 160 हेक्टेयर जमीन है जो उसके और उसके भाईयों के नाम पर थी, लेकिन नंवबर 2017 को परिवार के लोगों ने खतौनी की नकल ली तो पता चला जमीन किन्हीं दूसरे लोगों के नाम हो चुकी है। इनके नाम मोहम्मद हफीज, मोहम्मद शौकत, सरवरी, मोहिउद्दीन, अखलाक, अखलाख खां और नदीम अख्तर बताए गए हैं। 1993 के दोषी ने इन सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की मांग की है।
मामले में अबू सलेम के वकील राजेश सिंह ने बताया कि उसने मुंबई की सेंट्रल जेल से यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ, आजमगढ़ के जिला अधिकारी चंद्रभूषण सिंह और एसपी के साथ थानाध्यक्ष सरायमीर को पोस्ट के जरिए पत्र भेजा है। सिंह का कहना है कि मामले में स्थानीय सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है तो धारा 156 के तहत आरोपियों के खिलाफ अदालत में मुकदमा किया जाएगा। वहीं स्थानीय खबरों के अनुसार सलेम की कथित जमीन पर मॉल का निर्माण चल रहा है। दूसरे पक्ष का कहना है कि जमीन को उन्होंने साल 2002 में बैनाम बेश से खरीदा है।
बता दें कि अबू सलेम सरायमीर कस्बा के पठान टोला मोहल्ला का मूल निवासी है। साल 1993 में हुए मुंबई धमाकों के बाद वह पुर्तगाल भाग गया था। साल 2002 में उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे प्रत्यपर्ण के जरिए भारत लाया गया है। हालांकि पुर्तगाल ने उसे भारत सरकार को इस शर्त पर सौंपा है कि उसे किसी भी अपराध में फांसी नहीं दी जाएगी। सलेम अभी जेल में बंद है।