किशोरों को ऑनलाइन प्रताड़ना का शिकार होने से बचाने के लिए अग्रणी सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक कथित तौर पर किशोरों के लिए अलग से मैसेजिंग एप लाने वाला है। यह एप किशोरों के परिजनों को यह निगरानी रखने की अनुमति देगा कि उनके बच्चे सोशल नेटवर्क पर किन-किन लोगों के संपर्क में हैं।फेसबुक के इस एप ‘टॉक’ को आम लोग सर्च नहीं कर सकते, बल्कि सिर्फ किशोर ही इस्तेमाल कर सकते हैं। किसी अपरिचित व्यक्ति द्वारा किसी किशोर का फायदा उठाकर एप का इस्तेमाल करने की कोशिश करने पर एप खुद ब खुद बंद हो जाएगा।वेबसाइट ‘द इनफॉर्मेशन’ के मुताबिक, फेसबुक के इस नए एप के कोड से पता चला है कि इस पर परिजनों का नियंत्रण होगा।इस एप के कोड के मुताबिक, “टॉक एक मैसेजिंग एप है, जहां आप सभी कांटैक्ट पर पूरा नियंत्रण कर सकते हैं और आपका बच्चा टॉक एप का इस्तेमाल कर आपसे मैसेंजर में चैट कर सकता है।”
इस एप का इस्तेमाल 13 वर्ष से अधिक आयु के किशोर कर सकते हैं और इसके इस्तेमाल के लिए फेसबुक अकाउंट की भी जरूरत नहीं होगी। हाल ही में आस्ट्रेलिया के एक समाचार पत्र में कहा गया था कि सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल कर 14 वर्ष तक की आयु के किशोरों को लक्षित कर विज्ञापन किया जा सकेगा। बता दें कि सोशल साइट्स पर अक्सर किशोरों को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है। कई बार मासूम बच्चे सोशल साइट्स पर ही कुछ बदमाशों के शिकार हो जाते हैं तो कुछ लोग फेसबुक के जरिये ही मासूमों का यौन शोषण करने में सक्षम हो पाते हैं। भारत में भी आम तौर पर ये समस्या देखने को मिलती है।
लेकिन फेसबुक के इस नये एप से ये समस्या दूर हो सकेगी क्योंकि इस एप में ना सिर्फ अपने मां बाप अपने ये जान सकेंगे कि उनके बच्चे किस किस के संपर्क में हैं। बल्कि जरूरत पड़ने पर उन्हें गाइड भी कर सकेंगे। अगर इस एप पर किसी किशोर को कोई तंग करता है तो उसके मां बाप पुलिस से संपर्क भी कर सकेंगे।