लग्जरी कारों की दुनिया के बेताज बादशाह रॉल्स-रॉयस ने दुनिया की सबसे महंगी कार “स्वेपटेल” लॉन्च की है। इटली के एक शाही महल में पहली बार इसकी नुमाइश की गई (देखें खबर के अंत में लगा वीडियो)। इसकी कीमत है करीब 84 करोड़ रुपये (एक करोड़ 28 लाख डॉलर)। 1920 और 1930 के दशक में प्रचलित रॉल्स-रॉयस के क्लासिक मॉडलों और रेसिंग यॉट के डिजाइन से प्रेरित इस कार को विशेष ऑर्डर पर ही बनाया जाएगा। अमीरों में भी अमीर होने की पहचान इस कार में केवल दो सीटें हैं।
मशहूर कार निर्माता कंपनी रॉल्स-रॉयस को स्वेपटेल बनाने में चार साल लगे। इसमें 6.75 लीटर का वी-12 इंजन है। स्वेपटेल का फ्रंट डिजाइन रॉल्स-रॉयस पैंथियॉन से प्रेरित है। कार का सेंट्रल ग्रिले ब्रश्ड एलुमिनियम से बना है। कार की बॉडी इतनी चमकदार है कि आपको अपना अक्स देखने के लिए आईना देखनी की जरूरत शायद ही पड़े। स्वेपटेल दूसरी कारों से इस मामले में भी अलग है कि इसकी छत पूरी तरह पारदर्शी है।
इसके पैनोरैमिक ग्लास रूफ से नैसर्गिक प्रकाश गाड़ी के अंदर पहुंचता रहेगा। इस शाही सवारी के सवार को यात्रा के दौरान खुले आसमान में चांद-सूरज के साये में सफर करने का अहसास मिलेगा। कार के अंदर की बनावट ऐसी है कि सवार को दरवाजे और खिड़कियां पूरी तरह बंद होने के बाद भी ताजा हवा मिलती रहेगी।
स्वेपटेल का इंजन पीछे के हिस्से में है। कार के पिछले हिस्से का डिजाइन रेसिंग याट से प्रेरित है। कार का पीछले हिस्सा बुलेट-टिप (बंदूक की गोली) जैसा है। स्वेपटेल में सेंट्रल ब्रेक लाइट के साथ ही स्वीपिंग लोअर बम्पर है। कार पर इंजन की पंजीकरण संख्या 8 लिखी हुई है जिसे इनगोट एलुमिनियम से बनाकर हाथ से पॉलिश किया गया है।
Rolls-Royce Sweptailकार की कीमत से आपको इसके अंदर की बनावट और सजावट का अंदाजा लग ही गया होगा। चाहे वो बत्तियां हों या सीट या दूसरे प्रसाधन, इसके जोड़ की सुविधा किसी भी दूसरी कार में नहीं मिलेगी। कार के अंदर इबोनी और पालडाओ का प्रयोग किया गया है। मोक्कोजिन और डार्क स्पाइस लेदर से बनी सीटों, आर्मरेस्ट और डैशबोर्ड से लैस ये कार यांत्रिकी से ज्यादा कला का नमूना लगती है। कार के अंदर लैपटॉप रखने के लिए कार्बन फाइबर से बने विशेष केस बने हुए हैं।