Friday, April 19, 2024
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मिशिगन यूनिवर्सिटी ने बना लिया है चावल के दाने से भी छोटा कंप्यूटर

SI News Today

University of Michigan has made a small computer less than rice grains.

    

अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग के प्रोफेसर की अगुवाई में जिन्होंने  Dennis Sylvester, Arthur F. Thurnau और प्रोफेसर Jamie Phillips इन सभी ECE के प्रोफेसरों के साथ मिलकर नई प्रणाली के विकास का नेतृत्व किया दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर बनाया है। इस कंप्यूटर का आकार आईबीएम के सबसे छोटे कंप्यूटर से 10 गुना कम है। इसका आकार 0.3 मिलीमीटर x 0.3 मिलीमीटर है और ये साइज़ में चावल के दाने से भी छोटा है। इससे पहले साल 2015 में अब तक का सबसे छोटा कंप्‍यूटर बना था, जिसे Michigan Micro Mote ने 2 x 2 मिलीमीटर आकार में बनाया था। अब ये नया कंप्‍यूटर आकार में उस का भी आधा है।

प्रोफेसर ब्लाउ के अनुसार, “हम यकीन से नहीं कह सकते कि इसे कंप्यूटर कहा जाना चाहिए या नहीं, क्योंकि ये बहुत ही छोटा है। यह एक राय वाली बात है कि इनमें कंप्यूटर की तरह न्यूनतम फंक्शन वाली चीजें हैं या नहीं। इस कंप्यूटर में RAM और फोटोवॉलटाइक्स के अलावा, माइक्रो-कंप्यूटिंग डिवाइस Michigan Micro Mote लगी है। इसमें प्रोसेसर्स, वायरलेस ट्रांसमिटर्स और रिसीवर्स भी लगे हैं, जैसा कि इस कंप्यूटर में लगे रिसीवर्स ‘MOTE’ पारंपरिक रेडियो एंटीना से भी छोटे होते हैं. इसलिए ये विजिबल लाइट में ही डेटा को रिसीव और ट्रांसमिट करते हैं। बेस स्टेशन लाइट प्रोवाइड कराता है, जिससे प्रोग्रामिंग चलती है और डेटा रिसीव होती है।”

मिशिगन यूनिवर्सिटी के अनुसार, यह नन्‍हा कंप्‍यूटर आने वाले 5 सालों में तकनीकी दुनिया को पूरी तरह से बदलकर रख देगा। इस कंप्यूटर की खासियत ये है कि ये स्विच्ड ऑफ होते ही पुराना डेटा डिलीट कर देता है।

प्रोफेसर डेविड ब्लाउ के मुताबिक, इस कंप्यूटर से कई तरह के काम लिए जा सकते हैं। इस कंप्यूटर को खास तौर पर टेंपरेचर सेंसर के लिए तैयार किया गया है। यह कंप्यूटर टेंपरेचर को टाइम इंटरवल में बदल सकता है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक पल्स कहते हैं। ये कंप्यूटर कैंसर के इलाज के नए तरीके खोजने में मददगार साबित हो सकता है।

Applications of the Michigan Micro Mote:-

1. Pressure sensing inside the eye for glaucoma diagnosis
2. Cancer studies
3. Oil reservoir monitoring
4. Biochemical process monitoring
5. Surveillance: audio and visual
6. Tiny snail studies

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