अमेरिकी अधिकारी आतंकवाद के खतरे को देखते हुए अपने साथ भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने वाले कुछ अमेरिकी-विदेशी एयरलाइंस के उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई है।
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने बताया कि इस संबंध में नये नियम की घोषणा हो सकती है। अधिकारियों ने बताया कि कुछ हफ्ते पहले अमेरिकी सरकार ने खतरा होने के संदेह को देखते हुए इन नियम पर विचार किया था। सूत्रों ने बताया कि यह नियम एक दर्जन से अधिक विदेशी एयरलाइनों पर लागू होगा जिनमें कुछ मध्य पूर्व के देश हैं। इस आदेश में जॉर्डन और सऊदी अरब के एयरलाइंस भी शामिल होंगे। अधिकारियों ने अन्य देशों का नाम नहीं बताया।
अधिकारियों का कहना है कि प्रतिबंध से कोई अमेरिकी एयरलाइन प्रभावित नहीं होगा। यह प्रतिबंध एक सेल फोन से बड़े उपकरणों पर लागू होगा लेकिन उन्होंने यह नहीं कहा कि आखिर यह प्रतिबंध क्यों लगाया गया। हालांकि यात्रियों को अपने साथ ले जाने वाले सामान जैसे टैब्लेट, लैपटॉप और कैमरे जैसे बड़े उपकरणों को ले जाने की अनुमति होगी।
रॉयल जॉर्डन एयरलाइंस ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा कि अमेरिकी अधिकारियों के अनुरोध पर अमेरिका के यात्रियों को कनाडा होते हुए भारी उपकरण ले जाने से मंगलवार से ही यात्रा करने पर रोक लगा दिया जाएगा।
मोबाइल फोन पर बैन
इससे पहले भारत सरकार ने गैलेक्सी नोट 7 पर हवाई यात्रा के दौरान प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, सिंगापुर, कंटास और वर्जिन एयरलाइंस ने पहले से ही इस फोन को यात्रा के दौरान ले जाने पर रोक लगा रखी है। इसके अलावा अमेरिका और ऑस्ट्रेरलिया ने भी सैमसंग के इस मॉडल को फ्लाइट के अंदर ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है।
क्यों लगी रोक?
बैटरी चार्जिंग के दौरान इस फोन की बैटरी फटने व धमाकों की कई शिकायतें सामने आई हैं। सुरक्षा के चलते सैमसंग ने दुनिया भर में नोट 7 की बिक्री पर रोक भी लगा दी और 4 लाख से ज्यादा हैंडसेट्स को वापस मंगवा लिये। बैटरी फटने की घटनाओं के बाद सैमसंग कंपनी ने लोगों से आग्रह किया था कि जिन्होंने इस फोन को खरीदा है वो जल्द ही इस फोन को स्टोर से बदलवा लें।