दक्षिण पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत में 300 साल से भी पहले नदी की तलहटी में डूबीं सोने और चांदी की 10,000 से भी अधिक वस्तुएं बरामद हुई हैं। सिचुआन प्रांतीय सांस्कृतिक अवशेष एवं पुरातत्व अनुसंधान संस्थान के निदेशक गाओ डलुन ने सोमवार को बताया कि नदी तल से प्राप्त वस्तुओं में सोने, चांदी और कांस्य के सिक्के तथा आभूषणों के साथ-साथ तलवारें, चाकू और भाले जैसे लोहे के हथियार भी हैं। पुरातत्वविदों ने बताया कि सोने और चांदी के बर्तनों में बनी आकृतियां अब भी स्पष्ट हैं और गहनों पर उभरे हुए पैटर्न उत्कृष्ट शिल्प कौशल के नमूने हैं।
जहां यह खजाना बरामद हुआ है, वह स्थान सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू से 50 किलोमीटर दूर दक्षिण में मिनियांग नदी और जिंनजिंग नदी के कटाव (इंटरसेक्शन) में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि 1646 में, किसान विद्रोह के नेता झांग जियानजोंग दक्षिण में अपने खजाने को स्थानांतरित करने का प्रयास कर रहे थे, तब उन्हें मिंग राजवंश (1368-1644) के सैनिकों ने इस क्षेत्र में पराजित किया था। लड़ाई के दौरान धन और कीमती सामानों से भरी हुई लगभग 1,000 नावें यहां डूब गईं थीं।
पेकिंग यूनिवर्सिटी के पुरातत्वविद ली बोकियान ने कहा, “ये वस्तुएं विज्ञान, इतिहास और कला के लिए बहुत मूल्यवान हैं। ये मिंग राजवंश के राजनीतिक, आर्थिक, सैन्य और सामाजिक जीवन के अनुसंधान की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं।” पुरातत्वविदों ने बताया है कि खजाने के लिए उत्खनन का काम अप्रैल चलेगा। उन्हें उम्मीद है कि यहां मिट्टी में दबी और अधिक सामग्री को बरामद किया जा सकेगा।
सिचुआन प्रांतीय सांस्कृतिक अवशेष और पुरातत्व अनुसंधान संस्थान के निदेशक गाओ डालून ने बताया कि सामानों में बड़ा हिस्सा सोना, चांदी, तांबे के सिक्के, आभूषण और लोहे से बनी हथियारों का है। हथियारों में तलवार, चाकू और भाले भी शामिल हैं।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने पुरातत्वविदों के हवाले से कहा है कि सोने और चांदी की बर्तनों पर छपी चीजें बिल्कुल ही साफ हैं और आभूषणों के उच्च्पर किया गया काम उस समय के शिल्प कौशल को दिखाता है। सिचुआन प्रांत ने खजाना खोजने के लिए परियोजना की शुरच्च्आत जनवरी में की थी क्योंकि उस समय से यहां सूखे का मौसम शुरू हो गया था।