रशियन खोजकर्ता दल का उस समय खुशी से ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें एक दलदल में सोवियत युग के करीब एक अरब रूबल के नोट मिले। हालांकि उनकी खुशी ज्यादा देर तक नहीं रह सकी, क्योंकि जो नोट वहां पड़े थे वो अब चलन में नहीं थे। जानकारी के अनुसार सेंट पीटर्सबर्ग का एक दल मास्को से 100 मील दूर व्लादिमीर क्षेत्र में पहुंचा। जहां पुरानी मिसाइल और पैसे मिलने की अफवाह के बाद यह दल खोजबीन के लिए आया था। इस दौरान दल को एक खदान की दलदल में पुराने नोटों के ढेर मिले। वीडियो के जरिए पूरे मामले को सार्वजनिक करने वाले यूट्यूब चैनल के सदस्य एनटोन अलेक्सीव ने रशिया कोमसोमोलास्कया न्यूजपेपर को बताया, ‘हमें बताया गया कि वहां एक मिसाइल सिलो हैं और साथ ही वहां अरबों सोवियत रूबल के रूप छिपा हुआ खजाना भी हो सकता है।’ यूट्यूब पर डाली गई वीडियो में उन्होंने कहा कि हम तथ्य को जांचने के लिए वहां जाना चाहते थे। वहीं बीबीसी की खबर के अनुसार खान में आने के बाद अलेक्सीव और उनके दोस्त को हजारों की तादाद में पुराने नोट मिले जिनमें लेनिन का चेहरा था। दलदल में पड़े हुए नोट करीब 13.5 मिलियन रूबल के थे। भारतीय करेंसी में ये रकम (1,128,321,250 रुपए) बैठती है। हालांकि अब नोटों की कोई कीमत नहीं है क्योंकि ये चलन से बाहर हो चुके हैं। सारे नोट 1961 से 1991 के बीच जारी किए गए थे।
टीम की सदस्य ओल्गा बोगडानोवा कहते हैं कि इतने भारी तादाद में दलदल में इन नोटों को देखना बहुत आश्चर्यजनक था। वो आगे कहते हैं इतने सारे पैसे किसी भी शख्स की पूरी जिंदगी के लिए काफी हो सकते हैं। रूस में पुराने नोटों को लेकर चारों तरफ चर्चा की जा रही है। क्योंकि सोवियत संघ के दौर में 100 रूबल की सैलरी भी बहुत मानी जाती थी।