ब्रिटेन में गुरुवार (आठ जून) को हुए आम चुनाव के नतीजे प्रधानमंत्री टेरीजा मे को बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी कंजरवेटिव पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया। शुक्रवार ( नौ जून) शुरू हुई मतगणना से पहले एग्जिट पोल्स में अनुमान जताया गया है कि टेरीजा मे की कंजरवेटिव पार्टी अपना बहुमत खो सकती है, हालांकि वो देश की सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी। वहीं मुख्य विपक्षी दल लेबर पार्टी को इस चुनाव से बड़ा फायदा हो सकता है। एग्जिट पोल्स और शुरुआती नतीजों को देखते हुए लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कॉर्बिन टेरीजा मे से इस्तीफा मांग चुके हैं। टेरीजा मे ने ये चुनाव समय से पहले करवाए थे ताकि वो संसद में अपनी स्थिति मजबूत कर सकें।
गुरुवार( आठ जून) को ब्रिटेन की कुल 650 सीटों के लिए मतदान हुआ। ब्रिटेन में करीब 4.58 करोड़ मतदाता हैं। बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 326 सीटें जीतनी होती हैं। ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) के एग्जिट पोल के अनुसार कंजरवेटिव पार्टी को 322 सीटें और लेबर पार्टी को 261 सीटें मिल सकती हैं। ब्रिटेन में ये चुनाव समय से तीन साल पहले कराए गए हैं। ब्रिटेन में संसद का कार्यकाल पांच साल का होता है। ब्रिटेन में पिछला चुनाव साल 2015 में हुआ था। पिछले साल ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से अलग होने (ब्रेक्जिट) को लेकर हुए जनमत संग्रह में जनता ने यूरोपीय संघ छोड़ने को बहुमत दिया था।
अभी तक आए नतीजों के अनुसार प्रधानमंत्री टेरीजा मे मेडेनहेड सीट से चुनाव जीत चुकी हैं। वहीं लिबरल डेमोक्रेट सांसद और पूर्व उप-प्रधानमंत्री निक क्लेग लेबर पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हार गए हैं। निक क्लागे सल 2010 से 2015 तक कंजरवेटिव पार्टी के साथ गठबंधन सरकार में डिप्टी पीएम रहे थे। चुनाव के रुझान और नतीजों की वजह से पाउंड का विनिमय मूल्य तेजी से गिरा है। उम्मीद की जा रही है कि शुक्रवार दोपहर तक सभी नतीजे आ जाएंगे।
टेरीजा मे की पार्टी को ब्रिटिश संसद में मामूली बहमुत प्राप्त था ऐसे में वो दोबारा बहुमत नहीं हासिल करती हैं तो लेबर पार्टी गठबंधन सरकार बना सकती है। एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि इस चुनाव में लेबर पार्टी को 34 सीटों का फायदा और कंजरवेटिव पार्टी को 17 सीटों का नुकसान हो सकता है। एग्जिट पोल के अनुसार स्कॉटिश पार्टी (एसएनपी) 22 सीटें खो सकती हैं। वहीं लिबरल डेमोक्रेट को छह सीटों का लाभ हो सकता है।