प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस की यात्रा समाप्त कर अब फ्रांस के लिए पहुंच गए हैं। इस बात की जानकारी खुद पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडिल के जरिए ट्विट पोस्ट करके दी हैं। हाल ही मोदी ने अपने ट्विटर पर फ्रांस की फोटो शेयर की हैं। इन फोटोज में पीएम मोदी काफी डेशिंग लग रहे हैं। बता दें कि इससे पहले उन्होंने एक और ट्विट ये भी बताया था कि वे रूस की यात्रा समाप्त करके फ्रांस के लिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने लिखा कि आयोजनों से भरी इस यात्रा में कई कार्यक्रम और फलदायी बैठकें हुईं । इससे भारत…रूस मित्रता और मजबूत होगी ।
लिहाजा जब वे फ्रांस पहुंचे तो उन्होंने फिर से ट्विट कर अपने पहुंचने की जानकारी दी। यहां पर भी वे आतंकवादी, क्लाइमेट चेंज मीट जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे। गौरतलब है कि मोदी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और रूस के इंटरनेशनल इकोनामिक फोरम में शामिल हुए । मोदी अपनी चार देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव के तहत आज देर शाम फ्रांस के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने रूस के अतिरिक्त जर्मनी तथा स्पेन की यात्रा भी की । फ्रांस में वह नवनिर्वाचित फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रान से मिले।
आपको बता दें कि रूस की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर में आतंकवादियों को हथियारों की आपूर्ति और उनका वित्तपोषण कर रहे पाकिस्तान की ओर सभी का ध्यान आकृष्ट करने का आज प्रयास किया। मोदी ने आतंकवाद को मानवता का ‘‘शत्रु’’ बताया और विश्व समुदाय का आह्वान किया कि वह आतंकवाद के खतरे से मुकाबले के लिए साथ आये।
मोदी ने यह बात ‘सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनामिक फोरम’ (एसपीआईईएफ) में एक चर्चा के दौरान कही जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उनके बगल में बैठे थे। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व को अच्छे आतंकवाद और बुरे आतंकवाद की चर्चा से आगे बढ़ना चाहिए तथा आतंकवादियों के वित्तपोषण, हथियारों की आपूर्ति और आतंकवादियों के संचार के तरीकों पर रोक लगानी चाहिए।
मोदी से सहमति जताते हुए पुतिन ने कहा कि भारत आतंकवाद के कारण एक गंभीर समस्या का सामना कर रहा है और यह कोई ‘‘काल्पनिक चीज’’ नहीं है।
मोदी ने एसपीआईईएफ में अपने संबोधन के बाद एक सवाल..जवाब सत्र में कहा, आतंकवादी हथियारों का निर्माण नहीं करते, लेकिन कुछ देश उन्हें बंदूकों की आपूर्ति करते हैं। इसी तरह से आतंकवादी मुद्रा नहीं छापते लेकिन कुछ देश धनशोधन के जरिये उनका वित्तपोषण सुगम बनाते हैंं। आतंकवादियों के पास अपनी संचार प्रणाली या सोशल मीडिया नेटवर्क नहीं होता लेकिन कुछ देश उससे उनकी मदद करते हैं। उन्होंने यद्यपि किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन इशारा स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की ओर था जिसके बारे में भारत कहता रहा है कि वह कश्मीर में इन सभी गतिविधियों में लिप्त रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘समय की जरूरत है कि हम विशिष्ट घटनाओं से उच्च्पर उठें। आतंकवाद मानवता का शत्रु है। आतंकवाद से मुकाबले के लिए सभी को साथ आना चाहिए।’’