देश के लोगों के लिए इस बार की होली है काफी शुभ और फलदायक है। इस बार की होली में 30 वर्ष बाद विशेष संयोग बना है।
रंगों का त्यौहार होली कल मनाया जाएगा। इस बार की होली अपने साथ कई शुभ संयोग भी साथ लेकर आई है। ज्योतिषियों का कहना है कि होली पर ऐसा शुभ संयोग तीस साल बाद बना है। इस बार की होली सभी राशि के लोगों के लिए विशेष फलदायी होगी। इस बार 30 वर्ष बाद ऐसा अद्भुत संयोग बना है, जब होलिका दहन और रंगोत्सव वाले दिन पूर्णिमा की तिथि, भद्र रहित और प्रदोष काल का संयोग बन रहा है।
इसके साथ शुक्रग्रही युति है, जिसमें त्रिग्राही युति है। यानि सूर्य, बुध और शुक्र की। यह बहुत ही दुर्लभ मुहूर्त है। यह देश और समाज के लिए काफी फलदायी होगा। यह आर्थिक रूप से राजनैतिक रूप से भी फलदायी होगा।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त आज शाम को सात बजकर 42 मिनट से नौ बजे तक है।
होलिका दहन के दौरान के दौरान बेहद ही अहम कर्म अलौकिक जिंदगी में हिरण्यकश्यप लोभ का प्रतीक है। वहीं होलिका राक्षसी अहंकार का। इसी होलिका दहन से अहंकार और लोभ का दहन होता है। अध्यात्मिक परिवेश में हम इर्ष्या, द्वेष और शत्रुता के धन करते हैं। होलिका दहन के महत्व के बारे में बताते हुए ज्योतिषाचार्य कहते हैं इसका हमारे जीवन में अलौकिक, अध्यात्मिक और वैदिक महत्व है।