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आतंकी अफजल गुरू के बेटे गालिब अफजल ने 12वीं बोर्ड में भी पाया डिस्टिन्कशन…

साल 2013 में संसद पर हुए आतंकी हमले में दोषी ठहराए और फांसी की सजा पाए आतंकी अफजल गुरू के बेटे गालिब अफजल गुरू ने फिर मिसाल पेश की है। उसने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में डिस्टिन्कशन हासिल किया है। दो साल पहले 10वीं के बोर्ड एग्जाम में गालिब ने 95 फीसदी अंक हासिल किए थे। गुरुवार (11 जनवरी) का सुबह जम्मू एंड कश्मीर स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (जेकेबीओएसई) की 12वीं के परीक्षा नतीजों का एलान किया गया, जिसमें गालिब ने 500 अंकों में 441 अंक हासिल किए हैं। उसने इन्वॉयरमेंट साइंस में 94, केमिस्ट्री में 89, फिजिक्स में 87, बायोलॉजी में 85 और जेनेरल इंगलिश में 86 मार्क्स प्राप्त किए हैं।

मीडिया से बात करते हुए साल 2016 में गालिब ने कहा था कि वो मेडिकल की पढ़ाई कर उसमें करियर बनाना चाहता है। तब उसने कहा था, “मैं मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता हूं और एक डॉक्टर बनना चाहता हूं। यह हमारे परिवार और अभिभावकों का सपना है कि मैं डॉक्टर बनूं और इसे पूरा करने के लिए मैं खूब मेहनत करूंगा।”

बता दें कि उसके पिता अफजल गुरू भी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे लेकिन उसने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमलों के मामले में जब अफजल गुरू को गिरफ्तार किया गया था तब गालिब की उम्र सिर्फ दो साल थी। साल 2013 में अफजल गुरू को फांसी दे दी गई थी।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने मंगलवार को 10वीं के परीक्षा परिणाम भी जारी किए हैं। पेलेट गन से घायल और आंखों की रोशनी गंवा चुकी शोपियां की इंशा मुश्ताक ने इस परीक्षा में पास कर हौसलों की उड़ान की एक नई कहानी पेश की है। पैलेट गन से घायल होने के बाद पिछले डेढ़ साल से इंशा मुश्ताक की जिंदगी उतार-चढ़ाव वाली रही है लेकिन खुशी के इस पल ने उसके सारे दुखों पर मरहम लगा दिया है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए इंशा ने कहा, “मेरे लिए यह बहुत मुश्किल था लेकिन मैं बहुत खुश हूं। मैंने बोर्ड इम्तिहान पास कर लिया है। अब आगे की पढ़ाई के लिए तैयार हूं।”

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