उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में अपने घर में मारे गए पूर्व आतंकवादी अब्दुल राशिद पार्रे उर्फ बिल्ला के बेटे ने आरोप लगाया कि उसके करीबी दोस्त ने धोखा दिया और उसके पिता की हत्या की। फयाज अहमद पार्रे ने दावा किया कि उसके दो पड़ोसी नकाब पहने दो अन्य व्यक्तियों के साथ उनके घर आए और कहा कि उन्हें कुछ बात करनी हैं। उन लोगों के हाथों में बंदूकें थीं। पार्रे ने कहा, ‘‘दो युवक जो हमारे पड़ोस में रहते हैं, हमारे घर पर आए और हमसे घर के दरवाजे खोलने के लिए कहा। मेरे पिता ने कहा कि वे हमारे पड़ोसी हैं और हमसे गेट खोलने के लिए कहा। उनके साथ दो और युवक भी थे, जो वहां से नहीं थे। उनके चेहरे ढ़के हुए थे और उनके पास बंदूकें थीं।’’
उसने बताया कि युवक उसके पिता को एक कमरे में ले गए, कमरा बंद किया और उन्हें गोली मार दी। पूर्व आतंकवादी के बेटे ने कहा, ‘‘मेरे पिता गेट पर थे और मेरा बच्चा उनकी गोद में था। वे मेरे पिता को यह कहते हुए अंदर ले गए कि उन्हें कुछ बात करनी है। मेरे पिता ने उनसे कहा कि वह जानते हैं कि वह वहां उनकी हत्या करने के लिए आए हैं और उन पर गोली चला सकते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वह बात करने आए हैं, मारने नहीं। वे बैठे, पानी पिया और उसके बाद अंदर गए, कमरा बंद किया और गोली मार दी।’’ उसने कहा कि सबसे ज्यादा दुखद यह है कि यह धोखाधड़ी एक करीबी मित्र ने की।
फयाज ने कहा कि उसके पिता की इसलिए हत्या की गई क्योंकि वह आतंकवाद रोधी मिलिशिया इख्वान का हिस्सा थे। उसने कहा,‘‘हमें पता था कि पाकिस्तानी किसी दिन उनकी हत्या कर देंगे लेकिन मैने कभी नहीं सोचा था कि मेरा दोस्त उनकी हत्या कर देगा। वह पहले कुछ ऐसे लोगों के साथ थे जिन्हें आपने कुछ नाम दिया है (इख्वान) लेकिन वह पिछले 10 वर्षों से घर पर थे। वह सड़कों पर घूमते थे और उन्हें कुछ नहीं हुआ, किसी ने उन्हें छुआ तक नहीं।’’ संदिग्ध आतंकवादियों ने आतंकवाद निरोधक बल के कमांडर पार्रे की 16 अप्रैल की रात को उनके घर पर हत्या कर दी थी।